हिमाचल प्रदेश के 25 रुपए प्रति टॉयलेट सीट सीवरेज शुल्क लेने के फैसले को सरकार ने वापिस ले लिया है प्रदेश सरकार द्वारा 21 सितंबर को जो लोग सरकारी सीवरेज का कनेक्शन ले रहे है उन पर 25 रुपए प्रति टॉयलेट सीट रुपए वसूलने का फरमान जारी किया था लेकिन इसका विरोध के बाद सरकार ने ये फैसला वापस ले लिया है और इस तरह का शुल्क लेने से अब इंकार कर दिया है
हिमाचल सरकार की ओर से तर्क दिया जा रहा है कि कुछ होटल और अन्य संस्थान पानी अपना इस्तेमाल करते हैं लेकिन सीवरेज कनेक्शन सरकार का है ऐसे में उन पर 25 रुपये प्रति टॉयलेट सीट के हिसाब से शुल्क लगाने को लेकर नोटिफिकेशन जारी की गई थी वहीं, अब यह अधिसूचना सरकार ने वापिस ले ली सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि 21 सितंबर के दिन ही अधिसूचना को वापिस ले लिया था वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसे अफवाह करार दिया है
उपमुख्यमंत्री ने पहले ही इसे विड्रॉल कर दिया था
प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि 21 सितंबर को प्रदेश सरकार ने जल शक्ति विभाग से जुड़े विभिन्न शुल्क को लेकर एक विस्तृत अधिसूचना जारी की थी जिसमें ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी पर 100 रुपये शुल्क लेने को लेकर अधिसूचना जारी हुई थी जिन इलाकों में सरकार सीवरेज कनेक्शन देती है उन इलाकों में सीवरेज पर पानी के बिल का 30 प्रतिशत पहले से ही शुल्क लिया जाता है
उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग के ध्यान में आया था कि कुछ होटल और अन्य संस्थान पानी अपना इस्तेमाल करते हैं लेकिन सीवरेज कनेक्शन सरकार का है ऐसे में उन पर 25 रुपये प्रति टॉयलेट सीट के हिसाब से शुल्क लगाने को लेकर नोटिफिकेशन जारी की गई थी वहीं, जब नोटिफिकेशन प्रदेश सरकार में जल शक्ति विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के पास गई तो उन्होंने 21 सितंबर को ही इसे विड्रॉल कर दिया था
किसी भी तरह का टैक्स नहीं ले रही सरकार- CM
वहीं, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसे अफवाह करार दिया है उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसी भी तरह का टॉयलेट पर टैक्स नहीं लिया जा रहा है यह केवल राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह की बातें फैलाई जा रही है सरकार किसी भी तरह का टैक्स नहीं ले रही है सीएम ने कहा कि केवल हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर इस तरह की बाते की जा रही है सीएम ने कहा कि इस तरह के मुद्दों को राजनीतिक रंग देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए बीजेपी चुनावों के वक्त कभी धर्म के नाम पर और कभी अन्य बेबुनियाद मुद्दों पर लोगों को गुमराह करने की कोशिश करती है और झूठ परोसती है