चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उनके साथी कैबिनेट मंत्रियों ने प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को मंगलवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जननायक जनता पार्टी (जजपा) गठबंधन में लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को लेकर दरार पैदा होने की अटकलों के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।
राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा के तीन सदस्य समेत 14 मंत्री शामिल थे। इन सभी ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने बताया कि राज भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में नए मंत्रिमंडल के शपथ लेने की संभावना है।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा ने अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। वर्तमान में, 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 41 विधायक और जजपा के 10 विधायक हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं और इंडियन नेशनल लोकदल तथा हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक सीट है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री के सवाल पर बीजेपी नेता कंवर पाल गुज्जर ने कहा, ” हमारे मुख्यमंत्री ही फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे। ” निर्दलीय विधायकों ने खट्टर से मुलाकात कर अपना समर्थन जताया है।
चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक शुरू
हरियाणा से सियासी घटनाक्रमों के बीच चंडीगढ़ में बीजेपी के विधायक दल की बैठक जारी है। इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया। इस तरह राज्य में बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट गया है।
विधायक दल की बैठक बीच में छोड़कर बाहर निकले अनिल विज
चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक बीच में छोड़कर बीजेपी के बड़े मंत्री अनिल विज बाहर निकल गए हैं। वह सरकारी गाड़ी छोड़कर प्राइवेट कार से चले गए हैं। विधायक दल की बैठक अभी भी हो रही है। बताया जा रहा है कि वे नाराज होकर मीटिंग से बाहर निकले हैं।