पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को लोहिया पथ चक्र के शेष निर्माणाधीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमको व्यक्तिगत कुछ नहीं चाहिए। हम सबको बस एकजुट करना चाहते हैं। भाजपा के लोग जान रहे हैं कि हम इतने लोगों को एकजुट कर रहे हैं तो उनको नुकसान होने वाला है।
सीएम ने कहा कि हम शुरू से ही यह बात बोल रहे हैं। विपक्ष क्या बोलता है, उसका कोई मतलब नहीं है। हम मुम्बई तो जा रहे हैं। वहां कुछ और पार्टियां भी एक साथ आ रही हैं। वहां हम सब पुनः एक साथ मिल बैठकर निर्णय लेंगे। हम चाह रहे हैं कि यह जल्दी तय हो जाए कि कौन-कौन, कहां-कहां से लड़ेगा।
सीएम ने कहा कि लोहिया पथ चक्र को इस साल दशहरा के पहले कंप्लीट करना है। आज उसी को देखने हम यहां आए हैं। यहां पुराने बिल्डिंग को हटाकर नया बिल्डिंग बनाया जाएगा और इसकी ऊंचाई भी थोड़ा बढ़ाया जाएगा। इससे आने-जाने का जो रास्ता है वो और अधिक चौड़ा हो जाएगा।
रविवार के दिन काम पर निकलने को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उससे हमको कोई मतलब नहीं रहता है। हमको सिर्फ काम करना है। काम से ही मतलब रखते हैं। दिन कोई मायने नहीं रखता है। लोहिया पथ बनवाने का कांसेप्ट मेरा ही था। एक हिस्सा बन गया है और दूसरा बन रहा है। इसके बन जाने से रास्ता बहुत ही सुगम हो जाएगा। यहां 80 साल पहले के बने हुए बिल्डिंग हैं जो बहुत पुराने हैं। इसे हमलोग नया बनवायेंगे।
इससे पहले निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में तेजी लाकर निर्धारित समय सीमा के अंदर बेहतर ढंग से कार्य पूर्ण कराएं। निर्माण कार्य बेहतर ढंग से हो, इसका विशेष रूप से ख्याल रखें। लोहिया पथ चक्र का निरीक्षण करने के क्रम में मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि से वीडियो कॉल पर बातचीत कर उन्हें इस पथ चक्र के उत्तर-पूरब छोर पर बने पुराने सरकारी भवनों को तोड़ने का निर्देश दिया ताकि सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जा सके।