चंडीगढ़। चंडीगढ़ नगर निगम में सोमवार को हुए पुनर्मतदान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुलजीत सिंह संधू वरिष्ठ उपमहापौर पद के लिए चुने गए। उपमहापौर पद के लिए चुनाव प्रक्रिया जारी है। संधू को 19 वोट मिले जबकि कांग्रेस के गुरप्रीत गाबी को 16 वोट मिले। एक वोट अवैध घोषित किया गया। महापौर ने परिणाम की घोषणा की। कुल 35 सदस्यीय नगर निगम सदन में भाजपा के 17 पार्षद हैं।
तीन आम आदमी पार्टी (आप) पार्षदों के 19 फरवरी को भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा की संख्या 14 से बढ़कर 17 हो गई थी। ‘आप’ के 10 सदस्य हैं जबकि कांग्रेस के सात सदस्य हैं। शिरोमणि अकाली दल का एक पार्षद है। भाजपा नेता एवं चंडीगढ़ से सांसद किरण खेर को भी निगम के पदेन सदस्य के रूप में मतदान का अधिकार है।
उच्चतम न्यायालय ने चंडीगढ़ महापौर चुनाव के परिणाम को 20 फरवरी को पलटते हुए आप-कांग्रेस गठबंधन के पराजित उम्मीदवार कुलदीप कुमार को शहर का नया महापौर घोषित किया था। न्यायालय ने 30 जनवरी के चुनाव के संचालन में गंभीर खामियां पाए जाने के बाद निर्वाचन अधिकारी अनिल मसीह, जो भाजपा नेता हैं, के खिलाफ ‘गंभीर कदाचार’ के लिए मुकदमा चलाने का भी आदेश दिया था।
वरिष्ठ उपमहापौर और उपमहापौर पदों के लिए चुनाव प्रक्रिया का संचालन आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षद कुमार द्वारा किया जा रहा है, जिन्होंने हाल में चंडीगढ़ के महापौर का पदभार संभाला है। भाजपा ने 30 जनवरी को चंडीगढ़ महापौर चुनाव में कांग्रेस-आप गठबंधन के खिलाफ जीत हासिल की थी। महापौर पद के लिए भाजपा के मनोज सोनकर ने आप के कुलदीप कुमार को हराया था।
मतपत्रों में छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए आप और कांग्रेस के पार्षदों ने वरिष्ठ उपमहापौर और उपमहापौर पदों के चुनाव का बहिष्कार कर दिया था, जिससे संधू और राजिंदर शर्मा की जीत हुई थी। इस बार भी भाजपा ने शर्मा को उपमहापौर पद के लिए मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला कांग्रेस की निर्मला देवी से है।