भारत में हाल ही में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि और जेएन.1 वेरिएंट के पहले मामले का पता चलने पर केंद्र सरकार ने राज्यों को नई गाइडलाइन जारी की है. जिसको देखते हुए मध्य प्रदेश में उसे पूरी तरह से लागू कर दिया गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुद इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि कोविड के नए वैरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है वह हमने पूरे प्रदेश में लागू की है. पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमें कोविड से जीत मिली है. इसके साथ ही मोहन यादव ने कहा “कोविड के साथ ही दूसरी सभी बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी दक्षता से काम कर रहा है.”
पहले जानिए केंद्र ने नए वेरिएंट को लेकर क्या कहा?
देश के कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हाल ही में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि और देश में कोविड-19 के जेएन.1 वेरिएंट के पहले मामले का पता चलने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजकर देश में कोविड की स्थिति पर निरंतर निगरानी बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने इस बात पर जोर दिया है कि “केंद्र और राज्य सरकारों के बीच निरंतर और सहयोगपूर्ण कार्यों के कारण, हम ट्राजेक्टरी को वहनीय कम दरों को बनाए रखने में सक्षम रहे हैं”. चूंकि कोविड-19 वायरस फैलना जारी है इसलिए सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने की गति बनाए रखना महत्वपूर्ण है.
कोविड नियंत्रण और प्रबंधन के लिए इन बातों को रेखांकित किया है :
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत कोविड नियंत्रण और प्रबंधन के लिए अहम रणनीतियों के लिए इन बातों पर जोर दिया.
- आने वाले त्योहारों के मौसम को देखते हुए राज्यों को अपेक्षित सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय और अन्य व्यवस्थाएं करने की सलाह दी गई है, ताकि श्वसन संबंधी स्वच्छता का पालन करते हुए बीमारी बढ़ने के जोखिम को कम किया जा सके.
- राज्यों से कोविड-19 के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा साझा किए गए संशोधित निगरानी रणनीति के विस्तृत परिचालन दिशानिर्देशों का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है.
- राज्यों को नियमित आधार पर एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच (IHIP) पोर्टल सहित सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) मामलों की जिलेवार निगरानी और रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है, ताकि ऐसे मामलों की शुरुआती बढ़ती प्रवृत्ति का पता लगाया जा सके#
- राज्यों को सभी जिलों में कोविड-19 परीक्षण दिशानिर्देशों के अनुसार पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करने और आरटी-पीसीआर और एंटीजन परीक्षणों की अनुशंसित हिस्सेदारी बनाए रखने की सलाह दी गई है.
- राज्यों को आरटी-पीसीआर परीक्षणों की संख्या बढ़ाने और पॉजिटिव नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भारतीय एसएआरएस सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए प्रोत्साहित किया गया ताकि देश में नए वेरिएंट, यदि कोई हो, तो उनका समय पर पता लगाया जा सके.
- राज्यों को अपनी तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित ड्रिल में सभी सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी.
- राज्यों को सामुदायिक जागरूकता को भी बढ़ावा देना होगा, ताकि श्वसन स्वच्छता के पालन सहित, कोविड-19 के प्रबंधन में उनका निरंतर समर्थन प्राप्त हो सके.
मध्य के सीएम ने देर रात किया हॉस्पिटल का दौरा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार देर रात्रि हमीदिया चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया और डॉक्टरों को मरीजों को बेहतर सुविधाएं और समय पर दवाईयां उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से चर्चा कर चिकित्सालय द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं और औषधियों की उलब्धता के संबंध में जानकारी प्राप्त की. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वहां मौजूद नागरिकों से आयुष्मान कार्ड तथा दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त की.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हमीदिया चिकित्सालय के थर्ड फ्लोर स्थित एसएनसीयू एवं एमएनयू वार्ड का निरीक्षण किया. उन्होंने महिला पुरुष एवं बाह्य रोगी कक्ष का भी निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहें, मरीजों को इलाज के लिए कोई परेशानी नहीं हो. सभी को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध हो. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अस्पताल परिसर में भी मरीजों के परिजनों से विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अस्पताल में उपलब्ध मशीनों और आधुनिक उपकरणों का निरीक्षण किया और डॉक्टरों से जानकारी प्राप्त की. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्री-टर्म नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई का निरीक्षण किया. उन्होंने वहाँ भर्ती महिला मरीजों से चर्चा भी की. नवजात शिशुओं को देखा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मरीजों के परिजनों से चर्चा कर बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए ढांढस बंधाया.