आजमगढ़। हवाला कारोबार और बड़े पैमाने पर मनी ट्रांजेक्शन के मामले में जीयनपुर के धौरहरा गांव में शनिवार को दिल्ली की सीबीआई टीम ने मुंबई में जनसेवा केंद्र चला रहे इसरार के आवास पर पांच घंटे तक छापेमारी की। इसरार के छोटे भाई अराफात का मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त किया।
बताया जा रहा है कि इसरार की आईडी से बड़ी रकम का लेनदेन किया गया है। परिजनों को भी मोबाइल एप के माध्यम से काफी धनराशि हस्तांतरित की है।
दिल्ली से आई थी टीम
जीयनपुर कोतवाली के उपरीक्षक रविंद्र प्रताप यादव ने बताया कि दिल्ली की सीबीआई टीम सुबह करीब आठ बजे स्थानीय पुलिस के साथ आरोपी के घर पहुंची।
परिवार के लोगों से पूछताछ की और एक-एक मोबाइल फोन से हुए लेनदेन की पड़ताल की। उन्होंने बताया कि इसरार से मुंबई में भी पूछताछ की गई है।
पिता 20 साल पहले गए थे मुंबई
इसरार के पिता मुज्तबा रोजगार की तलाश में 20 साल पहले मुंबई गए थे। मुंबई महानगरीय क्षेत्र के ठाणे जिले के भिवंडी में पावरलूम चलाने लगे। उनकी तबीयत खराब होने पर इसरार ने भिवंडी में ही अपनी पीसीओ खोल लिया।
पीसीओ का धंधा बंद होने पर 2010 में जनसेवा केंद्र चलाने लगा। बाद में उसने अपने पिता को आजमगढ़ भेज दिया। दो भाइयों में बड़ा इसरार मुंबई में अकेले ही रहता है। यहां उसके माता-पिता, पत्नी, एक बेटा व छोटा भाई अराफात व उसकी पत्नी रहते हैं। भाई की शादी में एक माह पहले वह घर आया था। धौरहरा में परिवार की मामूली खेती है।