लेख
-
कुछ हाथों में सारा धन!
एक तरफ देश में खरबपतियों की संख्या बढ़ रही है, दूसरी तरफ हालत यह है कि आम उपभोग घटता जा…
-
रोजगार: आंकड़ों का सच
महामारी के दौरान स्वरोजगार की संख्या क्यों बढ़ी और नियमित वेतन वाले रोजगार की संख्या क्यों घटी? और इस अनुपात…
-
मुफ्त की रेवड़ी पर रोक की जरूरत
अजीत द्विवेदीचुनावों से पहले मुफ्त में वस्तुएं और सेवाएं बांटने की घोषणाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने हिचक के साथ…
-
इजराइल व हमास में लंबी लड़ाई तय?
श्रुति व्यासइस बार हमास के तेवर बहुत तीखे हैं। वह दम लेने को तैयार नहीं है। पिछले हफ्ते इजराइल पर…
-
प्राथमिकी से तो सरकार घिरी
प्राथमिकी में इल्जाम है कि श्योमी और वीवो जैसी चीनी कंपनियां भारत में आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन उपलपब्ध कराने…
-
महाराजा अग्रसेन समाजवादी व्यवस्था के अग्रदूत थे-ः ललित गर्ग:-
कुशल शासकों की कीर्ति किसी एक युग तक सीमित नहीं रहती। उनका लोकहितकारी चिन्तन कालजयी होता है और युग-युगों तक…
-
चुनौती एवं गंभीर समस्या बन रहा है ई-कचरा ललित गर्ग
दुुनिया डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं की ओर तेजी से बढ़ रही है, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी आधारित सेवाएं एवं इलेक्ट्रोनिक क्रांति ने…
-
डाक विभाग ने 6 महीने से नहीं मिला किराया
छपरा: बिहार के छपरा में सरकारी योजनाएं, पेंशन सहित कई योजनाओं के लाभार्थियों को पैसों का भुगतान करने वाला डाकघर…
-
बिहार के राज्यपाल के लिए अब ‘महामहिम’ संबोधन का इस्तेमाल नहीं होगा
बिहार के राज्यपाल के लिए अब ‘महामहिम’ संबोधन का इस्तेमाल नहीं होगा. इस संबंध में राज्यपाल के प्रधान सचिव ने…