बांदा। बार-बेंच दोनों को अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहना चाहिए। एक काम न्याय दिलाना तो दूसरे का काम न्याय देना है। यह बात हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अनीस कुमार गुप्ता ने बार संघ परिसर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कही।
न्यायमूर्ति ने नई कार्यकारिणी को शपथ दिलाते हुए न्याय की गरिमा का महत्व बताया। कहा कि यहां का अधिवक्ता अनुशासित, योग्य व संगठित है। बार संघ नवनिर्वाचित अध्यक्ष अशोक दीक्षित ने अधिवक्ताओं को निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करने का संकल्प दिलाया। कहा कि यहां के अधिवक्ता अपनी योग्यता व ईमानदारी के बल पर उच्च न्यायालय तक पहुंचे।
महासचिव रामप्रकाश शिवहरे ने कहा कि उन्हें बार संघ की सदस्यता पर गर्व है। कार्यक्रम को पूर्व बार संघ अध्यक्ष शंकर सिंह, रामस्वरूप सिंह, राजेश दुबे, अवधेश गुप्ता, रामलखन सिंह, आनंद सिंहा, अशोक त्रिपाठी जीतू, रामकृष्ण त्रिपाठी, राकेश सिन्हा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन न्यायाधीश गुणेंद्र प्रकाश व आयुषी त्रिपाठी ने किया।
न्यायाधीश गुणेंद्र प्रकाश ने कहा कि बार-बेंच की अविरल धारा में एक दूसरे के प्रति मतभेद व शिकायत तो हो सकती पर उसका समाधान है, लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए। मनभेद होने से समस्या और बढ़ जाती है। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष मालती बासु, पूर्व सांसद विशम्भर प्रसाद निषाद, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजकुमार राज, पूर्व विधायक शिरोमणि भाई, पूर्व प्रधानाचार्य बाबूलाल, पूर्व विधायक राजकुमार शिवहरे आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में साहित्यकार/कवि डाॅ. चंद्रिका प्रसाद ललित ने न्यायमूर्ति के सम्मान में कविता व आभार पत्र पढ़ा।