इजरायल-हमास युद्ध 11वें दिन भी जारी है। हालात तीसरे विश्व युद्ध जैसे बन गए है। अब तक दोनों की तरफ से हजारों लोगों की मौत हो गई। इजरायली वायु सेना ने गाजा पट्टी पर पूर्ण घेराबंदी कर दी है, जिसके कारण पूरे गाजा में न तो बिजली, पानी है और न ही भोजन। लोग मलबे में दबे अपने लोगों को निकालने के लिए दिन-रात मशक्कत कर रहे है।
गाजा के अस्पताल बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है। ईंधन भंडार पूरी तरह खत्म होने के कारण अस्पताल की बिजली सप्लाई बैकअप जनरेटर के सहारे चल रहा है, जो कभी भी शटडाउन हो सकता है। इससे मरीजों की जान खतरे में बनी हुई है। आइये जान लेते है युद्ध के 11वें दिन क्या है दोनों जगहों के हाल? ये है आज का अपडेट।
लेबनान से सीमा पार कर इजरायल में घुस रहे थे 4 आतंकवादी..
इजरायली डिफेंस फोर्स ने जानकारी दी है कि लेबनान की सीमा पार कर 4 आतंकवादी इजरायल में घुसने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें सेना ने मार गिराया है। इजरायली सेना के मुताबिक, चारों आतंकवादियों ने विस्फोटक जैकेट पहने हुए थे। इजरायली सेना ने इसका एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें चारों आतंकवादियों को टारगेट कर बम से उड़ाते हुए देखा जा सकता है। हालांकि, लेबनान में किसी भी समूह ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है।
पिछले हफ्ते भी, दक्षिणी लेबनान में फलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के आतंकवादी सीमा पार इजरायल में घुस गए थे। इसके बाद इजरायली सेना और आतंकवादियों के बीच झड़प हुई थी, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। मारे गए आतंकवादियों का फलिस्तीनी समूह ने अंतिम संस्कार भी किया।
लेबनान-इजरायल सीमा पर बढ़ा तनाव
लेबनान- इजरायल सीमा पर हिज्बुल्लाह समूह और इजरायली सेना के बीच तनाव बढ़ गया है।
आशंका है कि अगर इजरायल गाजा में जमीनी अभियान शुरू करता है तो हिजबुल्लाह और अन्य ईरान समर्थित समूह हमास का समर्थन करने के लिए अपनी कार्रवाई बढ़ा देंगे।
नरसंहार में बदल सकता है गाजा संकट
मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने चेतावनी दी है कि अगर क्षेत्र में हमास के खिलाफ इजरायल का युद्ध जारी रहा तो गाजा में संकट नरसंहार में बदल सकता है।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच नागरिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
मलेशियाई पीएम ने फलिस्तीनी लोगों के लिए अपना अटूट समर्थन व्यक्त किया है।
मलेशियाई पीएम ने सोमवार (16 अक्टूबर) को हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हानियेह के साथ फोन पर बातचीत भी की थी।
इजरायल से संघर्ष समाप्त करने का आग्रह करते हुए मलेशियाई पीएम ने राफा में एक मानवीय गलियारे की स्थापना करने का आग्राह किया है।
मलेशिया, फलिस्तीनी लोगों पर वर्षों के अन्याय और उत्पीड़न के लिए इजरायल को जिम्मेदार मानता है।
बता दें कि मलेशिया लंबे समय से फलिस्तीनी क्षेत्रों पर इजरायल के कब्जे का आलोचक रहा है।
फिलिस्तीनी शरणार्थियों की मदद करने वाली संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी को मलेशिया ने 2.1 मिलियन डॉलर आवंटित किए हैं।
‘अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो यह नरसंहार युद्ध में बदल जाएगा। अगर दुनिया कुछ करने में असमर्थ है, तो इसका मतलब है कि दुनिया फलिस्तीनियों की सामूहिक हत्या की अनुमति दे रही है।’
दक्षिणी गाजा में हुई भारी गोलाबारी…
गाजा में फलिस्तीनियों ने मंगलवार तड़के खान यूनिस और राफा के दक्षिणी शहरों के पास तीव्र बमबारी की सूचना दी।
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, इजरायली बमों ने खान यूनिस के पश्चिम और दक्षिण-पूर्व और रफा के पश्चिम के इलाकों पर हमला किया।
गाजा से भागने की कोशिश कर रहे हजारों लोग राफा में एकत्र हुए हैं।
बता दें कि इस क्षेत्र की मिस्र तक जाने वाली एकमात्र सीमा राफा ही है।