रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार सुबह दशहरा के अवसर पर कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए पोस्टर जारी किया तब मुख्यमंत्री ने तत्काल पलटवार करते हुए कहा कि पिछड़ों, आदिवासियों, दलितों को गाली देना ठाकुर रमन सिंह और उनकी पार्टी की परंपरा रही है। छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल अब त्यौहार के माध्यम से भी एक दूसरे पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।
मंगलवार को दशहरे की सुबह भाजपा की राज्य इकाई ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर ‘इस बार होगा भ्रष्टाचार के रावण का दहन’… नाम से एक पोस्टर जारी किया। पोस्टर में कुर्ता पजामा पहना हुआ एक कार्टून बनाया गया है जिसे ‘ठगेश’ नाम दिया गया है। इस कार्टून के दस सिर बनाए गए हैं और सिरों का नाम ट्रांसफर घोटाला, जिहादगढ़, कोयला घोटाला, चावल घोटाला, पीएससी घोटाला, शराब घोटाला, गोबर घोटाला, धर्मांतरण, हत्या और बलात्कार रखा गया है। यह कथित रावण ‘भ्रष्टाचार’ रूपी हथियार पकड़ा हुआ है। कार्टून में भगवा टी शर्ट पहना हुआ छत्तीसगढ़िया ‘अउ नहीं सहिबो, बदल के रहिबो’ (और नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे) कह कर इस दस सिर वाले कथित रावण को अग्नि बाण मार रहा है।
भाजपा के इस पोस्टर के बाद राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘पिछड़ों, आदिवासियों, दलितों को गाली देना ठाकुर रमन सिंह और उनकी पार्टी की परंपरा रही है।’’ बघेल ने लिखा है, ”जाने दीजिए! पिछड़ों, आदिवासियों, दलितों को गाली देना ठाकुर रमन सिंह और उनकी पार्टी की परंपरा रही है। पहले “छोटा आदमी”, “कुत्ता”, “बिल्ली” और न जाने क्या क्या कहा है..आज पिछड़ों को रावण दिखाकर उनका वध करने का भाजपा द्वारा पोस्टर जारी करने के बाद आप सबकी प्रतिक्रिया मुझे लगातार मिल रही है।”
मुख्यमंत्री ने लिखा, ”मैं आपसे कहना चाहूंगा कि विजयादशमी के पर्व को ख़ुशी से मनाइए, मैं आपके प्रति जवाबदेह हूं, उनके कुकृत्यों से फर्क नहीं पड़ता। मेरे लिए- कमीशनखोरी, अशिक्षा, कुपोषण, किसानों की बदहाली, नक्सलवाद ही रावण का स्वरूप हैं। हम सबको मिलकर इन पर विजय पाना है, हम धीरे-धीरे कुछ कार्यों में कामयाब हुए हैं, बचे हुए पर हम फिर से मिलकर साथ काम करेंगे। बुराई हारेगी, सच जीतेगा। छत्तीसगढ़िया एक बार फिर जीतेंगे।”
भाजपा के पोस्टर और मुख्यमंत्री बघेल के पोस्ट पर लोगों ने अलग —अलग प्रतिक्रिया दी है। छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में 20 विधानसभा क्षेत्रों में तथा दूसरे चरण में 70 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान होगा। पहले चरण के लिए 223 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने अब तक 90 में से 86 सीटों पर तथा सत्ताधारी दल कांग्रेस ने सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
राज्य में कांग्रेस सत्ता में बरकरार रहने के लिए कोशिश कर रही है वहीं 15 वर्ष तक शासन कर चुकी भाजपा सत्ता वापसी की उम्मीद में है। भाजपा राज्य सरकार पर राज्य में भारी भ्रष्टाचार करने और धर्मांतरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। वहीं कांग्रेस अपनी सरकार के कामकाज को लेकर जनता से वोट मांग रही है।