कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के गंगा में डुबकी लगाने वाले बयान पर सियासी हंगामा खड़ा हो गया है. बीजेपी ने खरगे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी महाकुंभ में हिंदुओं के आस्था को मजाक बना रही है और मखौल उड़ा रही है. बीजेपी नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि मैं चैलेंज करता हूं कि खड़गे जी और सोनिया जी की दूसरे धर्म के बारे में ऐसा बयान दे सकते हैं क्या? क्या कह सकते हैं कि हज में जाने से क्या हो जाएगा? सनातन के खिलाफ उनके बोल शर्मनाक है. राहुल गांधी और उनकी पार्टी को इस पर सफाई देना होगा.
पात्रा ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि आप इटली में जाकर डुबकी लगाइये हमें कोई आपत्ति नहीं है मगर आप गंगा मैया और हमारे पावन महाकुंभ पर ऐसी टिप्पणी करेंगे ये सही नहीं है. गंगा हमारी मां है, जब अंजलि में हम उनको लेकर मंत्र पढ़ते हैं तो हमारा विश्वास दृढ़ होता है. खरगे को अपने इस कृत्य के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.
क्या कहा था खरगे ने?
दरअसल, मध्य प्रदेश के महू में जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस चीफ खरगे ने कहा कि गंगा में डुबकी लगाने का कंपटीशन चल रहा है. उन्होंने पूछा कि क्या गंगा में डुबकी लगाने से युवाओं को रोजगार मिलेगा क्या, देश में गरीबी दूर होगी क्या, पेट को खाना मिलेगा क्या? मैं किसी की आस्था को चोट नहीं लगाना चाहता हूं. इस देश में मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है और लोग कम्पटीशन में डुबकी लगा रहे हैं. जब तक टीवी में डुबकी अच्छी नहीं आती है तब तक लोग डुबकी मारते रहते हैं.
महाकुंभ में शामिल हुए शाह, गंगा में लगाई डुबकी
खरगे की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रयागराज पहुंचकर साधु-संतों के साथ त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई. शाह अपने परिवार के साथ महाकुंभ पहुंचे हुए थे. गंगा में डुबकी लगाने के साथ-साथ उन्होंने लेटे हुए हनुमान समेत कई और जगहों पर भी गए. इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके साथ नजर आए.
एक दिन पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी महाकुंभ पहुंचे हुए थे. अखिलेश ने भी त्रिवेणी तट पहुंच कर संगम में डुबकी लगाई. इसके बाद उन्होंने कई साधु-संतों का भी आशीर्वाद लिया.