किच्छा। भाजपा लोकसभा प्रत्याशी अजय भट्ट के सामने पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के विधायक तिलक राज बेहड़ पर दिए विवादित बयान के बाद राजनैतिक पारा चढ़ गया है। अजय भट्ट ने करवाया विकास नहीं दिखता है तो बेहड़ का आगरा में उपचार करवाना पड़ेगा।
उनका बयान इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। पूर्व विधायक शुक्ला के बयान पर विधायक बेहड़ ने काउंटर करते हुए इसे तराई बसाने वालों के साथ ही उत्तराखंड की जनता का अपमान बता मोर्चा खोल दिया है। वहीं प्रचार समाप्त होने से पूर्व पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के विधायक तिलक राज बेहड़ पर दिए विवादित बयान से माहौल गरमा गया है।
‘बेहड़ की आंख में मोतियाबिंद, दिमाग हो गया है खराब’
प्रसारित वीडियो में सभा के दौरान लोकसभा प्रत्याशी अजय भट्ट मंच पर बैठे हैं। उनके बगल में खड़े होकर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला लोगों को संबोधित कर रहे हैं। शुक्ला बोले-हमारे जो विधायक (बेहड़) हैं, जिनसे मैं हार गया था। मैंने सुना था कि उनकी किडनी खराब है। वह क्षेत्र में आ नहीं पाते थे। हमें उनसे सहानुभूति थी। उन्हें उनके बेटे ने किडनी दे दी तो हम सबको खुशी हुई। परंतु अब उनको दूसरी बीमारी हो गई है।
उन्होंने विधायक बेहड़ का बयान सुना। उनको केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट द्वारा करवाया विकास नजर नहीं आ रहा है। कह रहे हैं मोदी सरकार ने दस वर्ष में कोई काम नहीं किया। प्रदेश में धामी की सरकार ने कुछ नहीं किया है। अजय भट्ट ने एक किमी सड़क नहीं बनाई है। उनको मेडिकल कालेज नहीं दिखाई दे रहा है।
उनको एम्स का निर्माण नहीं दिखाई दे रहा है। किच्छा के बच्चे माडल डिग्री कालेज में पड़ रहे हैं, वह भी दिखाई नहीं दे रहा है। कुर्सी पर बैठे अजय भट्ट की ओर रुबरु होते हुए कहा-विधायक बेहड़ के बच्चे छोटे हैं, कोई न कोई व्यवस्था करनी होगी। अब लगने लगा है उनकी आंख खराब नहीं है बल्कि उनको मोतियाबिंद है। उनका दिमाग खराब हो गया है। दिमाग एम्स में ठीक हो जाए, चाहे कहीं भेजना पड़े, आगरा भेजना पड़े तो भी उनका दिमाग ठीक करवाना होगा।
‘जनता ने विस चुनाव में नकारा, अब 19 को भी देगी जवाब’
विधायक तिलक राज बेहड़ ने पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के प्रसारित हो रहे बयान पर पलटवार करते हुए कहा वह पिछले तीस-चालीस वर्षों से तराई की जनता की सेवा कर रहे हैं। राजनीति का स्तर लगातार गिरता चला जा रहा है। पूर्व विधायक (शुक्ला) कहते हैं कि मेरी आंख खराब हो गई दिमाग खराब हो गया है। मुझे आगरा पागलखाने भेजे जाने की जरूरत है। पहले किडनी खराब थी जो बच्चों ने देकर जान बचा ली।
भाजपा के अंदर अब यहीं शिष्टाचार रह गया है। जिस व्यक्ति को विकास के नाम पर जाना जाता हो रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट की मौजूदगी में क्या उसके लिए इस तरह अपशब्दों का प्रयोग करना चाहिए। अब भाजपा का अनुशासन यहीं रह गया है। अगर मेरा मानसिक संतुलन खो गया है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सीएम धामी से कहना चाहता हूं कि सहसपुर देहरादून स्थित मानसिक अस्पताल में भर्ती करवा दें।
जब दिमाग सही हो जाए तो उनको बाहर निकाल दिया जाएगा। पूर्व विधायक शुक्ला ने अपशब्दों का प्रयोग कर तराई बसाने वालों के साथ ही उनके समाज-बिरादरी ही नहीं उत्तराखंड की जनता का भी अपमान किया है। विधानसभा चुनाव में मुझे कहा गया मरा हुआ सांप आया है। जिस पर जनता ने पूर्व विधायक शुक्ला को चुनाव में नकार दिया। अब इस बयान का जवाब जनता को 19 अप्रैल को दे देगी।