बीजेपी ने सदस्यता अभियान के तहत प्रदेश इकाई को 1 करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया था टारगेट पूरा नहीं कर पाई बीजेपी

बीजेपी ने एक तरफ जहां समूचे देश में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए चुनाव अधिकारियों की घोषणा कर दी है वहीं दूसरी तरफ बंगाल बीजेपी ने सदस्यता के लिए दिए गए लक्ष्य को पूरा नहीं किया है. बंगाल बीजेपी को एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया था लेकिन अब तक 35 लाख सदस्य ही बना पाए हैं.

वैसे तो देश के अन्य राज्यों में बीजेपी सदस्यता अभियान 30 दिसंबर को खत्म कर दिया गया है लेकिन बीजेपी ने बंगाल यूनिट को हफ्तेभर का समय और बढ़ा दिया है. अब बंगाल बीजेपी को 8/9 जनवरी तक अपना टारगेट पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है. बंगाल इकाई की निष्क्रियता से हाईकमान नाखुश है.

मिली जानकारी के मुताबिक अगले साल 2026 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने 1 करोड़ सदस्यता अभियान बढ़ाने का लक्ष्य दिया है. गृहमंत्री अमित शाह ने गत 28 अक्टूबर को कोलकाता में बैठक कर पार्टी को 1 करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया था, लेकिन पार्टी ने 29 दिसंबर तक सिर्फ 35 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य हासिल किया.

पार्टी विषय की जानकारी रखने वालों का कहना है कि 35 लाख में से लगभग आधे पुराने सदस्यों ने दोबारा मेंबरशिप लिया है. इसके बाद अब बीजेपी ने मेंबरशिप ड्राइव चलाने की मियाद बढ़ाकर यहां 9 जनवरी तक कर दिया है.

दरअसल 2019 में बीजेपी के 14 लाख सदस्य बने थे. बीजेपी ने पिछली बार से लगभग ढाई गुना सदस्य बनाने के बवाजूद राज्य इकाई के प्रदर्शन से पार्टी नेतृत्व खुश नहीं है, क्योंकि बीजेपी की रणनीति है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ फैले हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल के हिंदुओं में फैले आक्रोश को अपने पक्ष में आसानी से भुना लें.

इन वजहों से सदस्यता अभियान की रफ्तार नहीं बढ़ी
पार्टी के स्थानीय नेताओं में निष्क्रियता, आपसी मनमुटाव के मद्देनजर सदस्यता का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाने से बंगाल प्रभारी सुनील बंसल भी लोकल यूनिट से नाखुश हैं. बंसल ने हाल ही में हुए बैठक में पुरुलिया, बांकुरा, वीरभूम, झारग्राम, 24 नॉर्थ और साउथ परगना और पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर में उम्मीद से कम सदस्यता अभियान के मुद्दे पर स्थानीय नेताओं को तेजी लाने को कहा है.

उसी बैठक में नदिया, जलपाईगुड़ी, कुचविहार, अलीपुरद्वार दिनाजपुर जैसे जिले जो सदस्यता अभियान में बेहतर परफॉर्म किए हैं उनकी भी चर्चा की गई.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर आक्रमण के मद्देनजर बंगाल को लेकर बीजेपी की रणनीति है कि पार्टी प्रो-हिन्दू सेंटीमेंट को आगे रखते हुए बंगाली सांस्कृतिक पहचान की आड़ में पार्टी से अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने का यही समय है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि बांग्लादेश के सीमावर्ती जिलों बीजेपी सदस्यता ग्रहण करने युवाओं की रुचि में तेजी देखने को मिल रहा है.

बहरहाल बंगाल में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी अपनी सदस्यता अभियान के जरिए अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच बढ़ाना चाहती है साथ ही बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के जरिए बंगाल के बंगाली हिंदुओं के आक्रोश को अपने पक्ष में कैश भी करना चाहती है.

बीजेपी को भरोसा है कि अगले 8/9 दिनों में पार्टी लक्ष्य के आधा यानि कम से कम 50 लाख सदस्यों को अपने साथ जोड़ने में सफल रहेगी.

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