राज्य सरकार के खिलाफ भाजपा ने किया विरोध प्रदर्शन

बेंगलुरु। कर्नाटक के बेलगावी में आदिवासी महिला को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में भाजपा की पांच सदस्यीय तथ्यान्वेषी टीम ने बेलगावी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (बीआइएमएस) अस्पताल में पीडि़ता से मुलाकात की। पीड़िता का दुख दर्द जाना।

टीम ने पीड़िता के परिवार के सदस्यों के साथ भी बातचीत की। टीम में भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल, अपराजिता सारंगी, रंजीता कोली, लाकेट चटर्जी और भाजपा की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा शामिल हैं। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तथ्यान्वेषी टीम से जानकारी जुटाई और महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने के लिए मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की आलोचना की।

इस बीच कांग्रेस सरकार की कथित उदासीनता के खिलाफ भाजपा ने शनिवार को पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि राज्य सरकार आठ फरार आरोपितों को पकड़ने में विफल रही। भाजपा की तथ्यान्वेषी टीम की सदस्य लाकेट चटर्जी ने कहा कि प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस मामला दर्ज करने को तैयार नहीं थी।

कर्नाटक हाई कोर्ट के आदेश के बाद सरकार हरकत में आई। एएनआइ के अनुसार लाकेट चटर्जी ने कहा, यहां कोई भी बयान देने को तैयार नहीं है। कांग्रेस सरकार में महिलाएं डरी हुई हैं। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने कहा, मैं इस मामले की जांच की निगरानी कर रहा हूं। हमारी सरकार दोषियों को सख्त सजा देकर यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि ऐसे अमानवीय कृत्य न हों।

गौरतलब है कि 11 दिसंबर को बेलगावी के वंटामुरी गांव में 42 वर्षीय आदिवासी महिला को खंभे से बांध कर उसके साथ कथित तौर पर मारपीट की गई थी। दरअसल महिला का बेटा एक लड़की के साथ घर छोड़कर भाग गया था। इस बारे में पता चलने पर लड़की के परिवार के सदस्यों ने लड़के की मां को निर्वस्त्र घुमाया और बिजली के खंभे से बांधकर उसकी पिटाई की थी। पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि आठ अन्य अभी भी फरार हैं।

कांग्रेस सरकार के लापरवाह रवैये के कारण बेलगावी में हुई यह घटना
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बेलगावी घटना के लिए कानून और व्यवस्था से निपटने में कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के लापरवाह रवैये को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पहले ही विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।

कर्नाटक में कानून-व्यवस्था पूरी तरह विफल: अपराजिता सारंगी
भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने बेलगावी घटना को लेकर कहा कि कर्नाटक में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो गई है। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है हम यहां यह देखने आए हैं कि यह घटना किन परिस्थितियों में हुई।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने पीड़िता को दिया न्याय का आश्वासन
एएनआइ के अनुसार राष्ट्रीय महिला आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को पीडि़ता से मुलाकात कर सभी आवश्यक सहायता और न्याय का आश्वासन दिया। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य डेलिना खोंगडुप के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने बीआइएमएस अस्पताल में पीडि़ता से मुलाकात की।

सूत्रों के मुताबिक पीडि़ता ने आपबीती बयां करते हुए कहा कि अगर पुलिस ने नहीं बचाया होता तो आरोपित ने उसे मौत के घाट उतार दिया होता। पीडि़ता के बयान की वीडियो रिकार्डिंग की गई। इससे पहले, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मामले में 12 दिसंबर, 2023 को आई एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लेकर कांग्रेस सरकार से मामले में की गई कार्रवाई पर चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है।

हाई कोर्ट ने पीड़िता से मिलने पर रोक लगाई
कर्नाटक हाई कोर्ट ने बेलगावी हमले की पीडि़ता से लोगों के मिलने पर शनिवार को रोक लगा दी। मुख्य न्यायाधीश प्रसन्ना बी वराले ने शनिवार को आदेश में कहा, आगंतुकों के आने से पीड़िता के स्वास्थ्य की स्थिति प्रभावित हो सकती है। इसलिए हम पीड़िता के हित में आगंतुकों को प्रतिबंधित करना उचित समझते हैं। हालांकि पीड़िता के परिवार के सदस्यों, अधिकारियों/आयोगों या जांच एजेंसियों के आधिकारिक प्रतिनिधियों को पीड़िता से मिलने से नहीं रोका जाएगा।

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