बुनकर नगरी टांडा के बुनकरों व अन्य यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी

अंबेडकरनगर। बुनकर नगरी टांडा के बुनकरों व अन्य यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अगस्त के प्रथम सप्ताह से कुल 26 बसों का संचालन टांडा बस स्टेशन से होगा। अभी इनमें से छह बसों का संचालन हो रहा है। अब जल्द ही अकबरपुर बस स्टेशन से 20 बसें टांडा शिफ्ट कर दी जाएंगी। इन बसों का संचालन अयोध्या, बस्ती, गोरखपुर व प्रयागराज के लिए होगा।

कपड़ा उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले टांडा तहसील क्षेत्र के लोगों के लिए परिवहन सेवा में बड़ी सुविधा बढ़ने जा रही है। पूर्व में टांडा से अकबरपुर तक ट्रेन का संचालन होता था लेकिन बाद में बंद हो गया। ऐसे में टांडा के लोगों के लिए परिवहन निगम की बस व टैक्सी का सहारा है। लेकिन बसों की संख्या कम होने से यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अब टांडा बस स्टेशन से बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

एआरएम कार्यालय के अनुसार टांडा बस स्टेशन से अकबरपुर डिपो की छह बसों का संचालन होता है, इसमें तीन बसें बस्ती तो तीन बसें प्रयागराज के लिए संचालित होती हैं। तीन बस प्रयागराज डिपो तो तीन बस बस्ती डिपो की यहां रात में रुकती हैं। इसके बाद सुबह यात्रियों को लेकर गंतव्य तक जाती हैं।

अब टांडा बस स्टेशन से शीघ्र ही 26 बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। दरअसल अकबरपुर बस डिपो के बेड़े में कुल 70 बसें शामिल हैं। स्थानाभाव के चलते बसों को यहां खड़ा करने में समस्या होती है। परिसर में स्थान कम होने के चलते ज्यादातर बस को परिसर के बाहर खड़ा करना पड़ता है। इससे बस स्टेशन क्षेत्र में अक्सर जाम की समस्या खड़ी होती रहती है।
इस समस्या से निजात पाने के लिए ही एआरएम कार्यालय ने यहां से 20 बस को टांडा बस स्टेशन शिफ्ट करने का निर्णय लिया है। अगस्त के प्रथम सप्ताह से संबंधित बस का संचालन टांडा बस स्टेशन से होने लगेगा।

इन क्षेत्रों के लिए होगा संचालन
एआरएम कार्यालय के अनुसार जो 20 बसें अकबरपुर डिपो से टांडा के लिए शिफ्ट की जाएंगी उनका संचालन प्रमुख जनपदों के लिए किया जाएगा। 10 बसें राजेसुल्तानपुर, रामनगर, हंसवर से टांडा होते हुए लखनऊ जाएंगी। पांच बसें टांडा से मया होते हुए अयोध्या जबकि पांच अन्य बसें टांडा से गोरखपुर व बस्ती जनपद के लिए संचालित होंगी। इन सभी बसों का रूट चार्ट तैयार किया जा रहा है।

कपड़ा उद्योग को मिलेगा लाभ
टांडा को बुनकर नगरी के रूप में जाना जाता है। यहां के बने कपड़े न सिर्फ इर्द-गिर्द के जनपदों बल्कि दूसरे प्रांतों में भी भेजे जाते हैं। कोलकाता, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, दिल्ली, महाराष्ट्र समेत कई अन्य प्रांतों में टांडा के कपड़े बिक्री के लिए भेजे जाते हैं। यहां बने अराफाती रुमाल की अलग ही पहचान है। ट्रेन सुविधा न होने व टांडा से कम बसों के संचालन से बुनकरों को कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बुनकर नेता हाजी इफ्तेखार अहमद अंसारी ने कहा कि बसों की संख्या बढ़ने का सीधा लाभ कपड़ा उद्योग को मिलेगा। मोहम्मद शफीक अहमद अंसारी व जुनेद अंसारी ने कहा कि एआरएम कार्यालय ने जो कदम उठाया है वह अत्यंत सराहनीय है, इससे कपड़ा उद्योग को लाभ मिलेगा।

अगस्त से होगा बसों का संचालन
स्थानाभाव के चलते अकबरपुर बस स्टेशन से 20 बसें टांडा बस स्टेशन शिफ्ट की जाएंगी। अगस्त माह के प्रथम सप्ताह से इनका संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा। पहले से ही अकबरपुर डिपो की छह बस टांडा से संचालित हो रही हैं। ऐसे में अब कुल 26 बस का संचालन होगा।

  • सीवी राम, एआरएम

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