हनुमान ज़ी की ज़मीन पर भूमाफियाओं ने डाली कुदृष्टि

अयोध्या मे प्रभु राम को मिला घर तो नगर मे भक्त हनुमान हुए बेघर
मरहला स्थित हनुमान ज़ी की जमीन को धड़ल्ले से बेंच रहे भूमाफिया

शुक्लागंज उन्नाव। जहाँ एक ऒर पूरा देश अयोध्या मे प्रभु राम के घर राम मंदिर मे होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर काफी उत्साहित हैं वहीँ दूसरी ऒर प्रभु राम के अनन्य भक्त हनुमान नगर मे बेघर होते दिखाई दें रहे हैं। नगर के मरहला चौराहे के पास स्थित हनुमान बाग़ के नाम से प्रसिद्ध हनुमान ज़ी की ज़मीन पर भूमाफियाओं द्वारा डाली गई कुदृष्टि के चलते ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा कर धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। राममय माहौल के चलते जहाँ जिला प्रशासन प्रभु राम मे मग्न है वहीँ हनुमान ज़ी कि ज़मीन पर कब्ज़ा कर चुके भूमाफिया धड़ल्ले से ज़मीन बेंचने मे मग्न हैं । जबकि उक्त मामले को लेकर बजरंग दल जैसे अन्य हिन्दू संगठन भी हनुमान ज़ी की ज़मीन को बचाने के लिए पूरी तरह अंजान बने हुए हैं।
मामला गंगाघाट के मरहला चौराहे के ग्राम सभा फत्तेपुर स्थित हनुमान बाग के नाम से प्रसिद्ध हनुमान ज़ी की ज़मीन का है जहाँ हनुमान जी का प्राचीन मंदिर भी है जिसमे हनुमान जी के नाम पर भूमि संख्या 63,64,66,67,68,69,71,72,73,76,77,78,79,80,81,82,83,84,85 कुल 19 गाटा लगभग 9 बीघे से अधिक जमीन भूमि हनुमान ट्रस्ट के नाम थी। उक्त मामले मे शासन-प्रशासन से लेकर न्यायालय की चौखट तक अपनी गुहार लगा चुके ग्राम सभा फत्तेपुर क्षेत्र के रहने वाले अयोध्या प्रसाद ने आरोप लगाते हुए बताया कि कानपुर निवासी रतन टंडन द्वारा सन 2003 मे सन 1993 का फर्जी वसीयत नामा तैयार कर हनुमान ज़ी की आधी ज़मीन रंगाई,पुताई व चारो ऒर बाउंड्री वाल करवाने को लेकर बेंचने की अनुमति ले ली जिसके बाद सन 2004 मे अपना नाम हनुमान ज़ी के साथ खतौनी मे दर्ज करवा दिया। नाम खतौनी मे दर्ज होने के बाद धड़ल्ले से ज़मीन को बेंचा जाने लगा।


हनुमान ज़ी के खाते मे नहीं आया ज़मीन बिक्री का एक भी पैसा आरोप लगाते हुए अयोध्या प्रसाद ने बताया कि खतौनी मे हनुमान ज़ी के साथ रतन टंडन का नाम दर्ज होते ही भूमि संख्या 76,77,78,79,80,81 रकबा करीब 4 बीघा को रंगाई पुताई व बाउंड्री वाल कराने के बहाने बेंच दिया गया जिसका सारा पैसा हनुमान ज़ी के खाते मे जमा न कर स्वयं के खाते मे करवा लिया गया। मामले कि जानकारी होने पर ग्राम सभा फत्तेपुर द्वारा मामला दर्ज होने पर तहसील दार उन्नाव द्वारा 7 सितम्बर 2011 को रतन टंडन का नाम खतौनी से निरस्त करने का आदेश कर दिया गया। उक्त मामले मे हुई कार्रवाई के चलते सन 2012 मे न्यायालय ने निरस्तीकरण का आदेश कर दिया।


न्यायालय के आदेश को ठेंगा दिखा धड़ल्ले से ज़मीन की बिक्री जारी उक्त मामले मे सन 2012 मे न्यायालय द्वारा ज़मीन बिक्री पर रोक लगाए जाने के बावजूद ज़मीन को धड़ल्ले से बेंचा जाने लगा जिसकी शिकायत मई सन 2018 मे उच्च न्यायालय लखनऊ पीठ मे अयोध्या प्रसाद द्वारा किये जाने पर ज़मीन बिक्री पर पुनः रोक लगा दी गई। अयोध्या ने बताया की बावजूद इसके ज़मीन को धड़ल्ले से बेंचा जाने लगा। अयोध्या ने बताया कि ज़मीन कि धड़ल्ले से बिक्री मे 300 वर्ग गज मरहला चौराहे स्थित एक हॉस्पिटल को बेंचा और बाक़ी कि करीब 4 बीघा ज़मीन नगर के रहने वाले भूमाफिया गैंगस्टर को सन 2023 मे बेंच दी गई। जिसमे भूमाफिया गैंगस्टर द्वारा पास पड़ी करीब 1 बीघा ग्राम सभा कि बंजर ज़मीन को शामिल कर बाउंड्री वाल करा लिया गया।

Related Articles

Back to top button