चहुमुखी विकास में सांसद भूले भगवंतापुर् गांव-बोले ग्रामीण

सांसद के बसपा से लेकर भाजपा तक के सफर में नही मिली ग्रामीणों को बिजली

आजादी के पछत्तर वर्षो के बाद भी आज तक इस गांव के बाशिंदे को रोशनी मयसर् नही हो पाई

ग्रामीणों ने हर बार लगाई गुहार ,आश्वसन में मिल रही बिजली दे रहे ग्रामीण चुनाव में वोट

हरीशंकर गुप्ता

बिसवां सीतापुर- जहां एक तरफ योगी मोदी डबल इंजन के सरकार द्वारा प्रदेश में विभिन्न योजनाओं के तहत विकास की नदियां बहाई जा रही हैं ,और प्रदेशवासी को पानी ,बिजली ,सड़क आदि विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है ,जिससे प्रदेशवासी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं, और सबका विकास हो सके। वहीं दूसरी तरफ जनपद सीतापुर के लोकसभा क्षेत्र सीतापुर की तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत भदेशिया के राजस्व गांव भगवंतापुर् मे आजादी के पछत्तर वर्षो के बाद भी आज तक इस गांव के बाशिंदे को रोशनी मयसर् नही हो पाई। आज भी ग्रामीण मोमबत्ती, ढीबरी ,सोलर पैनल से उजाला कर जीवन का निर्वाहन कर रहे है।ग्रामीणों की माने तो जनप्रतिंधियों से लेकर अधिकारियो की चौखट पर दौड़ लगाते लगाते चप्पले टूटी ऐड़िया घिस गई मगर मजाल है कि किसी भी जिम्मेदार ने विद्युतीकरण कराने की जहमत उठाई हो। ग्रामीण अशोक कुमार क्षेत्र पंचायत सदस्य बताते है।कि हम सब अनुसूचित जाति (चमार) के है। बहुजन समाज पार्टी की सरकार थी ।उस समय वर्तमान सांसद राजेश वर्मा बसपा और आज के विधायक निर्मल वर्मा बसपा से विधायक थे ।उस समय से लेकर आज तक सैकड़ो बार हम सब ग्रामीणों ने सैकड़ो के हस्ताक्षर युक्त आवेदन और मौखिक हजारों बार ग्रामीणों की ओर से विद्युतीकरण के लिए हाथ जोड़े गये। लेकिन गांव को विजली नही पहुंची ।यही नही अशोक कुमार ने यह भी कहा कुछ नही बदला हम ग्रामीणों को विजली नही मिली ।लेकिन दोनों माननीयों जरूर पाला बदलकर आज भाजपा से राजेश वर्मा सांसद है और निर्मल वर्मा विधायक है । इस कार्यकाल मे भी सांसद राजेश वर्मा को कई बार मिलकर आवेदन के साथ समस्या के समाधान का आग्रह किया जा चुका है।

न सांसद न विधायक किसी ने गांव के विद्युतीकरण की जहमत नही उठाई। वही गांव के ही तुलसीराम,राम अवतार कहते है। नेता हमेशा हम सब ग्रामीणों को बेकूफ़ बनाते आये है ।इस चुनाव मे हम सब ने ठाना है आने वाले लोकसभा के चुनाव मे विजली नही तो वोट नही के नारे के साथ हम गांव वासी मतदान का बहिष्कार करेंगे दोनो यह भी कहते है जिसके लिए हम सब ग्रामीणों की ओर से छह फरवरी को ही मुख्यमंत्री को मागपत्र भेजकर बता चुके है। गांव के ही रामदुलारे बताते है कि यह सरकार विजली न देकर हमारे बच्चों के भविष्य को चौपट कर रही है।मूला देवी कहती है नेता वोट लिए चले गये। अब मिट्टी का तेल भी नही मिलता किसी किसी शाम के समय अंधेरे मे ही खाना बनाना और खाना पड़ता है। हमारे आस पास के गांव जगमग है।हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है।गांव की रूपा देवी बताती है हम लोग गांव मे विजली के लिए गांव मे धरना भी कई दिन दिये अधिकारी आये पंद्रह दिन मे विद्युतीकरण को कह कर धरना ख़त्म करा दिया उसके बाद आज तक कोई लौट कर झाकने तक नही आया।माला देवी कहती इस बार हम महिलाओ के साथ पुरुषों ने तय किया है कि विद्युतीकरण नही तो वोट नही देंगे।अब सवाल यह है कि मंचों से मोदी की गारंटी और सरकार की उपलब्शियां बताने और गिनाने वाले सांसद और विधायक क्या इस गांव का विद्युतीकरण कराने की जहमत उठाएंगे या एक बार फिर अस्वाशन का झुनझुना पकड़ायेगे , खैर ऊंट किस करवट बैठेगा यह आगे देखने को मिलेगा।

बोले जिम्मेदार –
संजीव कुमार मिश्रा , अधिशाषी अभियंता विद्युत वितरण खंड बिसवां से बात की तो उन्होने कहा भगवंता पुर गांव सौभाग्य योजना के तृतीय चरण मे शामिल है ।जल्द ही गांव का विद्युतीकरण करा कर ग्रामीणों को विजली मुहैया कराई जायेगी ।

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