BGT: पर्थ टेस्ट में भारत की ऐतिहासिक जीत, 295 रन से हारा ऑस्ट्रेलिया

भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज की शुरूआत जीत के साथ करते हुए पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हरा दिया है। कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह के नेतृत्व में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली इनिंग में ऋषभ पंत (37) और नितीश रेड्डी (41) की बदौलत 150 रन बनाए। पहली इनिंग में ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी दमदार रही और जोश हेजलवुड ने 4 जबकि मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और मिशेल मार्श ने 2-2 विकेट अपने नाम किए।

इस समय पहले बल्लेबाजी का फैसला गलत लग रहा था लेकिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 104 पर ढेर कर पहली पारी में 46 रन की बढ़त बनाई जिसमें बुमराह के 5 विकेट शामिल थे। दूसरी इनिंग में यशस्वी यशस्वी जायसवाल (161) और विराट कोहली (100) के शतकों के अलावा केएल राहुल की 77 रन की अर्धशतकीय पारी की बदौलत 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रन का लक्ष्य रखा। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया को विकेट लेने में कठिनाई हुई। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर दमखम दिखाया और बुमराह और मोहम्मद सिराज के 3-3 विकेटों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को 238 रन पर ढेर कर पहला टेस्ट मैच चौथे दिन ही अपने नाम कर लिया।

भारत की दूसरी पारी

  • जवाब में खेलने उतरी भारतीय टीम की शुरूआत शानदार रही। पहली पारी में विवादास्पद तरीके से आउट हुए राहुल ने पैट कमिंस को आन ड्राइव पर बेहतरीन शॉट खेला जबकि जायसवाल ने जबर्दस्त परिपक्वता से मिचेल स्टार्क जैसे खतरनाक गेंदबाज को कवर्स पर चौका लगाकर आत्मविश्वास में इजाफा किया।
  • ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने कई बार विकेट निकालने के लिए माहौल बनाया लेकिन जयसवाल और केएल राहुल ने रक्षात्मक रवैये के साथ इसका बचाव कर लिया। जयसवाल ने अपने करियर की सबसे धीमी फिफ्टी पूरी की। वहीं, राहुल ने खराब गेंदों पर ही शॉट खेले। ऑस्टेलिया की ओर से स्टार्क के अलावा जोश हेजलवुड और पैट कमिंस ने बाऊंसर भी मारे लेकिन यह बेअसर रहे।
  • आखिरी विकेट निकलती न देख ऑस्ट्रेलिया ने अपने पार्ट टाइम गेंदबाज लबुछेन और ट्रेविस हेड का भी इस्तेमाल किया। लेकिन वह विकेट नहीं निकाल पाए। फिलहाल जयसवाल क्रीज पर 193 गेंदों पर 7 चौके और 2 छक्कों की मदद से 90 रन बनाकर खड़े हैं जबकि केएल राहुल ने 153 गेंदों पर 4 चौकों की मदद से 62 रन बना चुके हैं। भारत के पास 218 रन की लीड हो चुकी है। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी
  • मैच के तीसरे सत्र में चायकाल के बाद बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। बुमराह ने शानदार गेंदबाजी का मुजाहिरा करते हुए ऑस्ट्रेलिया के तीन शीर्ष बल्लेबाजों को 19 के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। नेथन मैकस्वीनी (10), उस्मान ख्वाजा (आठ) और स्टीव स्मिथ (शून्य) बुमराह का शिकार बने। मार्नस लाबुशेन (दो) को मोहम्मद सिराज ने आउट किया। लाबुशेन ने टेस्ट इतिहास की सबसे धीमी पारी खेलते हुए 52 गेंदों में मात्र दो रन बनाए।
  • ट्रैविस हेड (11) को हर्षित राणा ने बोल्ड आउट किया। मिचेल मार्श (छह) और पैट कमिंस (तीन) रन बनाकर आउट हुए। 25वें ओवर भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने कप्तान पैट कमिंस को पंत के हाथों कैच आउट करा कर ऑस्ट्रेलिया को बड़ा झटका दिया। पहले दिन का खेल समाप्त होने के समय ऑस्ट्रेलिया ने 27 ओवर में सात विकेट पर 67 रन बनाए थे।
  • दूसरे दिन कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह के 5 विकेट के दम पर भारतीय टीम ने आस्ट्रेलिया को 104 रन पर ऑलआऊट कर दिया। सुबह की शुरूआत ऑस्ट्रेलिया ने 67 रन पर 7 विकेट से की थी। जल्द दी बुमराह ने एलेक्स कैरी को पवेलियन की राह दिखा दी। तभी मिचेल स्टार्क ने एक कोना संभाला और लियोन और हेजलवुड के साथ मिलकर 100 पार लगाया। स्टार्क ने 112 गेंदों पर 26 रन बनाए। भारत की पहली पारी
  • टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले नीतिश रेड्डी (41 रन) और ऋषभ पंत (37)के अलावा कोई बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका और पहले टेस्ट के पहले दिन आस्ट्रेलिया ने चाय ब्रेक तक भारत को पहली पारी में 150 रन पर आउट कर दिया। कप्तान जसप्रीत बुमराह ने उछालभरी हरी भरी पिच पर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का अजीब फैसला लिया। पंत (78 गेंद में 37 रन) और रेड्डी ने सातवें विकेट के लिये 48 रन की साझेदारी की। पंत ने आस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को बैकवर्ड स्क्वेयर लेग पर शानदार छक्का भी लगाया।
  • इससे पहले मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड ने भारतीय शीर्षक्रम को टिकने ही नहीं दिया। स्टार्क ने 11 ओवर में 14 रन देकर दो विकेट लिये जबकि हेजलवुड ने 13 ओवर में 29 रन देकर चार विकेट चटकाए। कमिंस ने 15.4 ओवर में 67 रन देकर दो विकेट लिए। पंत जब खतरनाक होते दिख रहे थे तब कमिंस ने उन्हें दूसरी स्लिप में कैच आउट कराया। पंत और रेड्डी ने कुछ अच्छे शॉट्स खेले। इन दोनों के अलावा भारत के किसी बल्लेबाज में वह जज्बा नहीं दिखा। पिच पर उगी घास से गेंदबाजों को अतिरिक्त उछाल और मूवमेंट मिला।
  • केएल राहुल (74 गेंद में 26 रन) क्रीज पर पैर जमाते दिख रहे थे कि विकेट के पीछे लपके जाने के विवादित फैसले का शिकार हो गए। युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और देवदत्त पड्डिकल तो खाता भी नहीं खोल पाए जबकि विराट कोहली (5) का खराब फॉर्म जारी रहा। इससे पहले 2011-12, 2014-15 और 2018-19 दौरों पर यहां कमाल करने वाले कोहली बिल्कुल भी सहज नहीं दिखे। मिचेल मार्श ने 5 ओवर में 12 रन देकर ध्रुव जुरेल और वॉशिंगटन सुंदर के विकेट लिए।
  • दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ठीक एक साल पहले सेंचुरियन और केपटाउन टेस्ट में बेबस नजर आए जायसवाल को मिचेल स्टार्क ने काफी परेशान किया। उनकी शॉर्टलैंग्थ गेंद जायसवाल के बल्ले से इतनी ऊंचाई पर टकराई कि अगर भारतीय उपमहाद्वीप में होती तो कम से कम एक फुट ऊपर जाती। जायसवाल ने बल्ला अड़ाकर खराब शॉट खेला और गली में मार्नस लाबुशेन को कैच दे बैठे।
  • चोटिल शुभमन गिल की जगह आए देवदत्त पड्डिकल एक पल को भी सहज नहीं लगे। उन्होंने कई ओवर पिच गेंदें छोड़ी जिन पर रन बन सकते थे। वह 23वीं गेंद पर जोश हेजलवुड का शिकार हुए और विकेट के पीछे एलेक्स कारी ने उनका आसान कैच लपका। विराट कोहली (पांच) को सुबह के सत्र की सबसे बेहतरीन गेंद खेलने को मिली जब हेजलवुड ने उन्हें शॉर्ट गेंद डाली और वह स्लिप में कैच दे बैठे। राहुल जितनी देर क्रीज पर रहे, बेसिक्स पर पूरी तरह से अमल किया।
  • शरीर पर आती गेंदों को खेला और बाकी गेंदों को छोड़ा। उन्होंने कुछ अच्छे पुश ड्राइव भी लगाए। वह लंच से 10 मिनट पहले आउट हुए। अपने दूसरे स्पैल के लिए लौटे स्टार्क ने एक गेंद को थोड़ा आगे डाला और स्निकोमीटर ने डिफ्लेक्शन दिखाया, हालांकि बल्लेबाज ने शायद यह संकेत दिया कि जब गेंद किनारे से गुजरी थी, उसी समय उनका बल्ला पैड से टकराया था। प्लेइंग 11

भारत : केएल राहुल, यशस्वी जयसवाल, देवदत्त पडिक्कल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल, नितीश रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, हर्षित राणा, जसप्रित बुमरा (कप्तान), मोहम्मद सिराज

ऑस्ट्रेलिया : उस्मान ख्वाजा, नाथन मैकस्वीनी, मार्नस लाबुशेन, स्टीवन स्मिथ, ट्रैविस हेड, मिशेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेट कीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिशेल स्टार्क, नाथन लियोन, जोश हेजलवुड

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