लखनऊ। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद मुस्लिम समाज बसपा को ठीक ढंग से समझ नहीं पाया।
ऐसी स्थिति में अब काफी सोच समझकर आगामी चुनाव में मुस्लिम समाज को मौका दिया जाएगा ताकि भविष्य में पार्टी को इस बार की तरह भयंकर नुकसान न हो।
मायावती ने सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक पत्र में लिखा है कि इस बार पार्टी अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरी थी। उम्मीद यह थी कि ईमानदार कार्यकर्ता और पार्टी से जुड़े लोगों के बलबूते बेहतर परिणाम आएंगे। उनकी जाति के अधिकांश लोगों ने अपना वोट बसपा को दिया, जिसके लिए वे आभारी हैं। साथ ही पार्टी के खास अंग मुस्लिम समाज, जो पिछले चुनाव में व इस बार भी लोकसभा चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद भी बसपा को ठीक से नहीं पा रहा है। अब ऐसी स्थिति में आगे इनको काफी सोच समझकर चुनाव में मौका दिया जाएगा ताकि भविष्य में पार्टी को इस बार की तरह भयंकर नुकसान न हो।
मायावती ने कहा कि लोकसभा का यह चुनाव लगभग पूरे समय खासकर जोरदार गर्मी की तपिश से जनजीवन अस्तव्यस्त होने के कारण काफी प्रभावित रहा। विशेषकर गरीब तबकों व मेहनतकश लोगों के चुनावी उत्साह में भी काफी कुछ फर्क पड़ने के कारण उम्मीद के विपरीत, वोट प्रतिशत भी काफी प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी चुनाव आयोग से शुरू से ही यह मांग करती आ रही है कि चुनाव बहुत लम्बा नहीं खिंचना चाहिए बल्कि आम लोगों के हितों के साथ-साथ चुनाव ड्यूटी में लगने वाले लाखों सरकारी कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों आदि के व्यापक हित व सुरक्षा आदि को ध्यान में रखक यह चुनाव अधिक से अधिक तीन या चार चरणों में ही कराया जाना चाहिए।