बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी कान्हामय, घर-घर विराजे लड्डू गोपाल, जन्मोत्सव की तैयारी

-उत्सव के लिए पूरे दिन सजावटी सामानों की हुई खरीददारी, मठों और मंदिरों के साथ

-थाना और जेल में भी कान्हा का जन्मोत्सव आधी रात मनेगा

वाराणसी। श्री कृष्णजन्माष्टमी पर काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ की नगरी कान्हामय हो गयी हैं। लोग सोमवार को सुबह से पूरे दिन श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियों में जुटे रहे। घरों, मंदिरों और मठों के साथ थाना परिसर ,कारागार में आकर्षक सजावट के साथ जन्मोत्सव की सभी तैयारियों को अन्तिम रूप दिया गया। शाम 06 बजते-बजते बच्चे और युवा ‘कान्हा’ के जीवन के विविध आयामों को प्रदर्शित करती आकर्षक झांकियों, झरना पहाड़ बनाने के बाद करोना वृक्ष की डाल,डाल में लगे फल, अशोक की पत्तियों और खिलौनों, रंग-बिरंगे बालू से सजावट कर चुके थे। इस दौरान घरों में आरती कुंज बिहारी की…’ व ‘जुग-जुग जीया हो ललनवा..आदि पारम्परिक सोहर भी गूंजता रहा। कान्हा के प्रति आस्था जताने के लिए लोग पूरे दिन व्रत रहे।

उधर, कान्हा के जन्मोत्सव को लेकर शंकुलधारा पोखरा स्थित द्वारिकाधीश मंदिर, इस्कॉन मंदिर (दुर्गाकुण्ड), हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसायटी के तत्वावधान में माहेश्वरी भवन, राधागोविंद मंदिर चौक, श्री सत्यनारायण मंदिर, बांसफाटक, सनातन गौड़ीय मठ सोनारपुरा, अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर, नगवा मार्ग स्थित उडुपी श्रीकृष्ण माधव मंदिर,दुर्गाकुंड-संकट मोचन मंदिर मार्ग पर स्थित त्रिदेव मंदिर में आकर्षक सजावट और हरियाली श्रृंगार के बीच लोग दर्शन पूजन करते रहे।

चौकाघाट स्थित जिला कारागार, पुलिस लाइन, थानों में जन्माष्टमी पूजा, झांकी देखने के लिए लोग शाम से ही उमड़ने लगे। गौरतलब हो कि इस वर्ष 26 अगस्त दिन सोमवार की सुबह 8:20 से अष्टमी तिथि लग गई। रोहिणी नक्षत्र रात 9:10 से प्रारंभ हो गया। इस प्रकार अर्धरात्रि में अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र एवं साथ ही सोमवार का दिन मिल जाने से श्री कृष्ण जन्माष्टमी का योग बेहद खास है। अष्टमी एवं रोहिणी नक्षत्र का संयोग 27 अगस्त मंगलवार को प्राप्त हो रहा है। अतः वैष्णव जन 27 अगस्त मंगलवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाएंगे।

बीएचयू आईआईटी में मटकी फोड़ प्रतियोगिता

श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर आईआईटी बीएचयू में मटकी फोड़ प्रतियोगिता की धूम रही। गोविंदा आला रे… के बीच लगभग 30 फीट ऊपर मटकी बांधकर उसे तोड़ा गया। मटकी के फूटते ही छात्रों का उत्साह देखते ही बन रहा था। र्दजनों छात्रों ने एक दूसरे के ऊपर चढ़कर पिरामिड बना मटकी फोड़ी। इस दौरान छात्र पानी की बौछार भी एक-दूसरे पर कर रहे थे। इस दौरान छात्र भहरा कर एक दूसरे पर गिरते भी रहे। छात्रों ने प्रतियोगिता के बीच रस्सीकसा का भी प्रदर्शन किया।

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