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Azamgarh News : अब से वाहनों की जांच आधुनिक मशीनों से की जाएगी, और केवल जांच में पास होने के बाद ही वाहनों को प्रमाणपत्र दिया जाएगा। यह कदम सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए उठाया गया है।वाहनों की जांच अब अत्याधुनिक मशीनों से की जाएगी, जो वाहन के प्रदूषण स्तर, ब्रेक, सस्पेंशन, और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की जांच करेगी।जांच पूरी होने के बाद, केवल वे वाहन जिन्हें सभी मानकों पर खरा उतरने पर प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
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इस पहल का उद्देश्य सड़कों पर वाहनों की स्थिति को सुधारना, प्रदूषण कम करना और सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है। साथ ही, यह सुनिश्चित करना कि सभी वाहन सुरक्षा मानकों को पूरा करें।अधिकारियों के अनुसार, यह पहल सड़क सुरक्षा के सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इससे वाहन चालकों को भी सही दिशा में मार्गदर्शन मिलेगा और यातायात नियमों के पालन में वृद्धि होगी। इस प्रक्रिया के लागू होने से वाहनों की गुणवत्ता में सुधार होगा और सड़क पर सुरक्षा की स्थिति बेहतर होगी, जिससे समाज में शांति और सुरक्षा बढ़ेगी।
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अब वाहनों के फिटनेस प्रमाणपत्र के लिए एआरटीओ विभाग का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। जल्द ही फिटनेस केंद्र स्थापित होगा, जहां अत्याधुनिक और ऑटोमेटिक मशीनों से वाहनों की जांच होगी। तब प्रमाणपत्र जारी होगा। इसको लेकर जल्द ही कवायद शुरू होगी।सड़कों पर फर्राटा भर रहे वाहनों की जांच और उनके फिटनेस के लिए एआरटीओ की ओर से एक अधिकारी की तैनाती की गई है। वह प्रदूषण की जांच प्रमाणपत्र, कर चुकता रिपोर्ट, बीमा आदि कागजातों की जांच करता है।
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कई वाहनों के फिटनेस प्रमाणपत्र बिना कागजात देखे ही जारी कर दिया जाता है। वहीं कई बार शिकायत भी मिलती रहती है।ऐसे में पारदर्शिता लाने के लिए शासन की ओर से फिटनेस केंद्र स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है, जिससे ऑॅटोमेटिक मशीनों से जांच करके ही वाहनों को प्रमाणपत्र जारी किया जा सके। सेंटर स्थापित कराने के लिए विभाग की ओर से कागजी कार्रवाई पूर्ण करने के साथ आवेदन भी मांगने गए थे। जिले से दो आवेदन पड़े थे जिसे स्वीकृति मिल गई है। उम्मीद है कि बहुत जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा और लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा