गोरखपुर। प्रसाद देने के बहाने सेवानिवृत्त सर्जन के घर में घुसे पूर्व नौकर ने डाॅक्टर की पत्नी पर गड़ासे से प्राणघातक हमला कर दिया। शोर सुनकर अंदर सो रहा बेटा बचाने पहुंचा तो नौकर ने उस पर भी हमला कर दिया। धरपकड़ में डाॅक्टर के बेटे के मजबूत पड़ने और लोगों को इकट्ठा होते देख आरोपित फरार हो गया।
गोरखनाथ जैसे संवेदनशील इलाके में दिनदहाड़े हुई दुस्साहसिक वारदात से सनसनी फैल गई। डाॅक्टर के स्वजन ने लूट की नीयत से हमला करने का संदेह जताया है। पुलिस ने आरोपित के आटो चालक पिता महेंद्र को हिरासत में लिया है। डाॅक्टर की पत्नी व बेटे की स्थिति खतरे से बाहर है।
बस्ती जिला अस्पताल के सेवानिवृत्त सर्जन डाॅ. अवधेश कुमार सिंह का हुमायूंपुर में मकान है। पत्नी कुसुम के साथ वह दूसरी मंजिल पर रहते हैं। नीचे क्लीनिक है। शुक्रवार दोपहर एक बजे क्लीनिक बंद कर डाॅ. अवधेश शहर में गए थे। तिवारीपुर के माधोपुर का रोहन साहनी 1:30 बजे उनके घर पहुंचा।
रोहन करीब दस वर्ष पूर्व उनके घर नौकर था। क्लीनिक बंद देख वह सीधे ऊपर पहुंच गया। कुसुम ने दरवाजा खोला तो प्रसाद देने के बहाने वह अंदर दाखिल हो गया।
बातचीत के क्रम में दोबारा नौकरी दिलाने का आग्रह करते हुए डाॅक्टर साहब के बारे में पूछा। कुसुम ने जैसे ही बताया कि वह बाहर गए हैं, रोहन ने डिब्बे में छिपाकर रखे गड़ांसे से हमला कर दिया। शोर सुनकर अंदर सो रहा बेटा प्रियांशु बाहर आया तो रोहन सकते में आ गया। खून से लथपथ मां को फर्श पर गिरा देख प्रियांशु पकड़ने दौड़ा तो रोहन उस पर भी हमलावर हो गया।
उनके दोनों हाथ व कान के पास चोट आई है। मोहल्ले के लोग दौड़े तो प्रसाद का डिब्बा व गड़ासा छोड़ वह भाग निकला। डाॅ. अवधेश की दो बेटियों की शादी हो चुकी है। बेटा प्रियांशु लखनऊ में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है।
गुरुवार की रात वह घर आया था। सीओ गोरखनाथ योगेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपित की तलाश चल रही है। पूछताछ के लिए उसके पिता महेंद्र को हिरासत में लिया गया है। डाॅक्टर की तहरीर पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है।