इटावा। मोहर्रम की पहली तारीख को राईन बंधुओं द्वारा हजरत इमाम हुसैन व शहीदाने कर्बला की यादगार में संजेरी अलम चौकियों का जुलूस मोहल्ला साबितगंज से मोहम्मद इदरीश राईनी मछली वाले ,मोहम्मद असगर फल वालों की देखरेख में उठाया गया।जिसमें नगर के प्रमुख मार्गों का भ्रमण किया ।संजेरी और अलम चौकियों की छठा देखने के लिए श्रधालुओं का जन सैलाब उमड पड़ा।
जुलूस के अगले भाग में अलम ध्वज चल रहे थे,जिसपर ढोल तासों के साथ मातम हो रहा था। बैंड व मैटाडोर पर लाउडस्पीकर द्वारा कैंस्टो से हज़रत इमाम हुसैन की शहादत और शहीदाने कर्बला का मंजर मातमी धुनों के साथ हो रहा था ।
संजेरी जुलूस में अकीदतमंद श्रद्धालु या अली ,या हुसैन के गगनभेदी नारे लगा रहे थे।
इसके अलावा जुलूस में अलम चौकियों के साथ बारह अखाड़ों से संबंधित उस्ताद खलीफा व उनके शिष्य चल रहे थे जिन्होंने कई जगह अखाड़ा भी जमाया जहां पर तलवार वर्छी, लकड़ी बाना का मुकदर चलाने का प्रदर्शन हुआ।
जुलूस में कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक खादिम अब्बास, वरिष्ठ पत्रकार मसूद तैमूरी , मोहम्मद अहमद ,राजू,चमन वारसी ,मोहम्मद आरिफ ,इंसानी भाईचारा समिति के अध्यक्ष आमीन भाई,हाजी बन्ने मियां राईनी अंडे वाले व इमरान खान मोहम्मद हामिद ,याकूब गफ्फार आल इंडिया उलेमा मशाइख बोर्ड इटावा के अध्यक्ष हाजी शेख शकील अहमद आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
देर रात के जुलूस अपने गंतव्य स्थान साबितगंज में आकर समाप्त हुआ जहां पर मनकबत का नज़राना पेश करके हजरत इमाम हुसैन और शहीदाने कर्बला की नजर के साथ उन्हें अकीदतमंदों, श्रद्धालुजनों ने खिराजे अकीदत , श्रद्धा सुमन अर्पित किए ।