तेलंगाना। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी में कई राजनीतिक पार्टियां भी जुट चुकी है। हालांकि, कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना (यूबीटी) ने 22 जनवरी को अयोध्या न जाने का फैसला किया है। वहीं, आम आदमी पार्टी के नेताओं के अयोध्या जाने या न जाने के मामले पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया है।
ओवैसी ने आप पर साधा निशाना
वहीं, आम आदमी पार्टी ने एलान किया है कि दिल्ली के विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार को सुंदरकांड पाठ का आयोजन कराया जाएगा। आप के इस फैसले पर एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर आम आदमी पार्टी को ‘आरएसएस का छोटा रिचार्ज’ करार दे दिया।
भाजपा-आरएसएस और आप में कोई अंतर नहीं: एआईएमआईएम नेता
पोस्ट को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा,”‘जब मैंने देखा कि दिल्ली के सीएम और उनकी सरकार ने फैसला किया है कि हर मंगलवार को सुंदरकांड पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ होगा, तो मैंने यह ट्वीट किया। आम आदमी पार्टी भाजपा से अलग है क्या?? भाजपा-आरएसएस और आप में कोई अंतर नहीं है।
अवौसी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप रेंद्र मोदी की राह पर चल रहे हैं। आप वही करना चाहते हैं जो वह कर रहे हैं। देश में प्रतिस्पर्धी हिंदुत्व की राजनीति है अपनाया जा रहा है। यह देश के मुसिल देख लें। यह हिंदू वोट को हासिल करने के लिए किया जा रहा है।
क्या सुंदरकांड पाठ शिक्षा है या सेहत: ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “RSS का छोटा रीचार्ज ने फैसला लिया है के दिल्ली की हर विधान सभा क्षेत्र में हर महीने के पहले मंगलवार को सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा। ये फैसला 22 जनवरी के उद्घाटन की वजह से लिया गया।
आपको याद दिला दूँ के ये लोग ने बिल्किस बानो के मसले पर चुप्पी बनाई रखी थी और कहा था के वो सिर्फ़ शिक्षा और सेहत जैसे मसलों पर बात करना चाहते हैं। क्या सुंदरकांड पाठ शिक्षा है या सेहत? असल बात तो यही है के इन्हें इंसाफ से परहेज है। संघ के एजेंडे का पूरा साथ दे रहे हैं। हम बाबरी की बात भी ना करें, आप न्याय, मोहब्बत, फलाना का बाजा बजाते रहो और साथ में हिंदुत्व को मजबूत करते रहो। वाह!
भगवान हनुमान ओवैसी को आशीर्वाद दें: सौरभ भारद्वाज
ओवैसी के बयान पर दिल्ली के मंत्री और आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने प्रतिक्रिया दी है। आप नेता ने कहा,”मुझे नहीं लगता कि मुझे उन्हें जवाब देना चाहिए। मैं भगवान हनुमान से प्रार्थना करूंगा कि वे भी उन्हें आशीर्वाद दें। किसी भी राजनीतिक दल को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।” सुंदरकांड पाठ पाठ जैसे अच्छे कार्यक्रम पर। अगर वे आपत्ति जता रहे हैं तो यह ठीक नहीं है।”
22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। कांग्रेस ने अयोध्या न जाने के लेकर यह तर्क दिया है यह बीजेपी और आरएसएस का इवेंट है।