नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बुधवार (16 अक्टूबर) को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. इस बीच सीएम बनते ही उन्होंने जम्मू कश्मीर के डीजीपी को निर्देश दिया है कि उनके काफिले की वजह से किसी आम जनता को कोई परेशानी न हो.
उन्होंने कहा है कि सड़क के रास्ते जाते समय उनके लिए कोई ग्रीन कॉरिडोर न बनाई जाए.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, ”मैंने डीजी से बात की है कि जब मैं सड़क मार्ग से कहीं भी जाऊं तो कोई ग्रीन कॉरिडोर ना बने या यातायात न रुके. मैंने उन्हें सार्वजनिक असुविधा को कम करने और सायरन का उपयोग कम से कम करने का निर्देश दिया है.”
हमारा आचरण लोगों के अनुकूल हो- उमर अब्दुल्ला
उन्होंने आगे कहा, ”किसी भी तरह की छड़ी लहराने या आक्रामक इशारों के इस्तेमाल से पूरी तरह बचना है. मैं अपने कैबिनेट सहयोगियों से भी इसी उदाहरण का अनुसरण करने के लिए कह रहा हूं. हर चीज में हमारा आचरण लोगों के अनुकूल होना चाहिए. हम यहां लोगों की सेवा करने के लिए हैं, उन्हें असुविधा पहुंचाने के लिए नहीं.”
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने CM पद की दिलाई शपथ
बता दें कि जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार (16 अक्टूबर) को उमर अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई. अब्दुल्ला दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं और वह अपने दादा शेख अब्दुल्ला और पिता फारूक अब्दुल्ला के बाद इस पद को संभालने वाले अब्दुल्ला परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं. उमर अब्दुल्ला के साथ 5 मंत्रियों – सकीना मसूद (इटू), जावेद डार, जावेद राणा, सुरिंदर चौधरी और सतीश शर्मा ने भी शपथ ली है.
बता दें कि 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में यह पहली चुनी हुई सरकार है. हाल में हुए विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 90 में से 42 सीटें जीतीं हैं, जबकि गठबंधन सहयोगी कांग्रेस को 6 सीटें मिलीं. आप भी 1 सीट जीतने में कामयाब रही.