श्री हरि ज्योतिष संस्थान के संचालक ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि शनिवार को गोवर्धन पूजा (अन्नकूट महोत्सव) की जाएगी। पूजन हेतु विजय मुहूर्त दोपहर 2:9 बजे बजे से लेकर 2:56 बजे तक अन्नकूट महोत्सव कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। प्रतिपदा तिथि आज 1 नवंबर को शाम 6:16 से प्रारम्भ हो गई। इसका समापन 2 नवंबर को रात 8:21 बजे पर होगा। इसलिए गोवर्धन पूजा का त्योहार 2 नवंबर को मनाया जाएगा। शनिवार को गोवर्धन पूजा प्रातःकाल में मुहूर्त सुबह 6:34 बजे से 8:46 बजे तक रहेगा और विजय मुहूर्त दोपहर 2:9 बजे से लेकर 2:56 बजे तक। इसके अलावा
संध्याकाल मुहूर्त अपराह्न 3:23 बजे से 5:35 बजे तक और गोधूलि मुहूर्त शाम 6:5 बजे से लेकर 6:30 बजे तक रहेगा।
इसलिए की जाती है गोवर्धन पूजा
गोवर्धन पूजा मनाने के पीछे का कारण के बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया एक बार ब्रजवासियों ने भगवान श्रीकृष्ण के कहने पर इंद्र देव की पूजा को छोड़कर गोवर्धन पर्वत की पूजा शुरू की। इस पर इंद्र देव ने नाराज होकर मूसलाधार वर्षा से ब्रजवासियों पर कहर बरपाना शुरू कर दिया। ब्रजवासियों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी एक अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठाया, जिसके नीचे सभी लोगों ने शरण ली। एक हफ्ते तक ब्रजवासियों ने गोवर्धन पर्वत के नीचे रहकर खुद को भगवान इंद्र के प्रकोप से बचाया। इसके बाद भगवान श्रीकृ्ष्ण ने गोवर्धन पर्वत को पूजनीय बताया। तभी से गोवर्धन पूजा की पूजा प्रारंभ हो गई।