बिहार में विधानसभा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहीं कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पुलिस ने हिरासत में लिया गया है। वहीं दूसरी ओर जातीय जनगणना और कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछरों सहित अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा विधायकों ने विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है।
पटना विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहीं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गई है। इस दौरान पुलिस ने कई महिलाओं को हिरासत में लिया है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन हजारों की संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा घेराव किया है। बता दें कि पुलिस कार्यकर्ताओं की भीड़ को काबू करने के लिए वाटर कैनन का प्रयोग कर रही है। इस दौरान एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बेहोश हो गईं,जबकि कई को मामूली चोट आई है।
भाजपा विधायकों ने कार्यकर्ताओं के समर्थन में किया प्रदर्शन
वहीं, दूसरी ओर विधानसभा के बाहर जातीय जनगणना और कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछरों सहित अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा विधायकों ने विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता ताकिशोर प्रसाद ने कहा, “पटना में जब भी उचित मांगो को लेकर लोग सड़क पर आते हैं तो उन्हें पीटा जाता है। ये निरंकुश सरकार है, इन्हें किसी की चिंता नहीं है। इनके मुखिया को प्रधानमंत्री बनना है और सह मुखिया को मुख्यमंत्री बनना है। ये इस चिंता से नहीं निकल पा रहे हैं। बिहार आज जल रहा है।”
कुर्सी पर वही बैठेगा जो मांगे पूरी करेगा
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सूबे की नीतिश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी पांच सूत्री मांगों को नहीं माना गया तो वो उन्हें चुनाव में वोट से वंचित कर देंगी। कार्यकर्ताओं ने आगे कहा कि बिहार की कुर्सी पर वही बैठेगा, जो उनकी मांगों को पूरा करेगा।