नोएडा। मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन (एमओसीए), मिनिस्ट्री ऑफ होम एफेयर (एमएचए), डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए), एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई), डिजिटल स्काई के संयुक्त प्रयास से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर एयर टैक्सी (इलेक्ट्रिक व्हीकल एयर ड्रोन) का संचालन करने की योजना है।
देश में इस योजना को पहली बार एनसीआर में शुरू किया जाएगा, जिसके सर्वे का काम पूरा हो चुका है। सर्वे में छह रूट पर पर एयर टैक्सी संचालित की योजना है। इसके लिए एनसीआर में 48 स्थानों पर हेलीपोर्ट का निर्माण होगा।
रोजाना यात्रा करने वालों को होगा सबसे ज्यादा फायदा
हालांकि लोकसभा चुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता लगी हुई है। इसलिए परियोजना पर काम धीमी गति से चल रहा है, लेकिन परियोजना को धरातल पर उतरकर लोगों को लाभांवित करने के लिए दो वर्ष की समय सीमा निर्धारित की गई है।
बता दें कि इस परियोजना से सबसे अधिक फायदा उन लोगों को होने वाला है, जिनका प्रतिदिन नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम आना-जाना होता है।
एनसीआर के जाम में फंस कर उनका घंटों समय व पैसा बर्बाद होता है। इस परियोजना से प्रतिदिन दिल्ली एनसीआर के शहरों के लोग छह से 12 मिनट खर्च कर एयर टैक्सी के माध्यम से अपने गंतव्य तक आसानी से आ जा सकेंगे। इससे उनका समय की बचत होगी।
एनसीआर में छह रूट पर एयर टैक्सी संचालित की जाएगी। सर्वे का काम पूरा हो चुका है। हेलीपोर्ट बनाने के लिए 48 प्वाइंट लोकेट कर लिया गया है। अभी निर्माण शुरू होना बाकी है। नोएडा में सेक्टर-128 स्थित जेपी विश टाउन, सेक्टर-16 ए फिल्म सिटी, सेक्टर-38 ए स्थित गार्डन गैलेरिया समेत दस व ग्रेटर नोएडा 4 हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे।-धर्मेद्र नागर, निदेशक, वीक्राफ्ट।
यह रूट हो चुके हैं निर्धारित
दिल्ली से गुरुग्राम
दिल्ली से नोएडा
दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट
दिल्ली से फरीदाबाद
दिल्ली से मेरठ एयरपोर्ट
दिल्ली से रोहणी हेलीपोर्ट
यहां पर बनाएं जाएंगे हेलीपोर्ट
स्थान संख्या
नोएडा 10
दिल्ली 18
गुरुग्राम 12
ग्रेटर नोएडा 4
फरीदाबाद 2
गाजियाबाद 3