कोलकाता। कोलकाता पुलिस ने पिछले सप्ताह आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के सिलसिले में अपने तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। कोलकाता पुलिस ने बताया कि निलंबित पुलिसकर्मियों में दो सहायक पुलिस आयुक्त भी शामिल हैं।
15 अगस्त की सुबह कुछ लोगों के समूह ने चिकित्सा सुविधा में प्रवेश कर आपातकालीन विभाग, नर्सिंग स्टेशन और मेडीसीन स्टोर में तोड़फोड़ की थी। सरकारी अस्पताल में यह हिंसा ऐसे समय में हुई है जब पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में महिलाएं स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या के खिलाफ मध्य रात्रि में विरोध प्रदर्शन कर रही थीं।
तीन अधिकारियों को किया गया निलंबित
एक अधिकारी ने बताया कि तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है… दो सहायक पुलिस आयुक्त हैं और एक इंस्पेक्टर है। इस मामले में आगे की जांच चल रही है।
हमें अपना काम करने दीजिए- डीआईजी
सीआईएसएफ के डीआईजी के प्रताप सिंह आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे हैं। वे मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए अस्पताल के अधिकारियों से मिलने वाले हैं। डीआईजी के प्रताप सिंह ने कहा, “हमें अपना काम करने दीजिए। हम यहां कुछ काम के लिए आए हैं। मैं अपना काम कर रहा हूं जो उच्च अधिकारियों द्वारा मुझे सौंपा गया है…।”
9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में हुआ था यह हादसा
बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की एक ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चेस्ट डिपार्टमेंट के सेमिनार हॉल में गंभीर चोटों के निशान के साथ मिला था। जिसके बाद पता चला कि ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म किया गया और उसके बाद उसको मौत के घाट उतारा गया। इस हादसे के बाद देशभर के डॉक्टर न्याय और सुरक्षा की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।