उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद ही कांग्रेस ने उपचुनाव से बनाई दूरी

उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है. इसी बीच कांग्रेस ने बड़ा ऐलान किया है. कांग्रेस पार्टी मिल्कीपुर उपचुनाव में नहीं उतरेगी. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने इस बात की घोषणा की. मिल्कीपुर में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे.

अजय राय ने मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर कहा, हम ने जो उपचुनाव हुए हैं वो लड़े नहीं है. हम ने 9 उपचुनाव नहीं लड़े हैं और हम मिल्कीपुर उपचुनाव भी नहीं लड़ेंगे. उन्होंने आगे कहा, हम अपने संगठन को मजबूत करने का काम कर रहे हैं और 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं.

अजय राय ने क्या-क्या कहा?
अजय राय ने साथ ही इस बात के संकेत भी दिए कि वो मिल्कीपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा, हम चुनाव नहीं लड़ रहे हैं तो यह स्वाभाविक है कि जो लड़ेगा हम उसका सहयोग करेंगे. अजय राय ने बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती पर टिप्पणी करते हुए कहा, मायावती अकेले लड़ रही हैं और अकेले ही रह जाएंगी, उनको दूसरा कोई नहीं मिलने वाला.

कांग्रेस की 2027 के चुनाव की तैयारी को लेकर अजय राय ने कहा, हमारा संगठन सृजन का कार्यक्रम लगातार चल रहा है. हमारे प्रभारी, 4 प्रदेश से पूर्व अध्यक्ष सब बैठ कर इस पर काम कर रहे हैं. हमें सबका सहयोग मिल रहा है और सभी लोग संगठन को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं.

बीजेपी और सपा आमने-सामने
मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव के ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी और बीजेपी पूरी तरह अपनी ताकत लगा रहे हैं. बीजेपी अयोध्या जिले में आने वाली इस सीट पर जीत हासिल कर के अयोध्या में अपनी साख को जमाए रखना चाहती है, तो वहीं अखिलेश यादव का इस सीट को गढ़ माना जाता है. साल 1991 से अब तक बीजेपी यहां सिर्फ दो बार ही चुनाव जीती है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फैजाबाद सीट से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि, बीजेपी ने अभी तक इस बात का ऐलान नहीं किया है कि इस सीट पर कौन प्रत्याशी होगा. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट पर सपा को 1 लाख 3 हजार 905 वोट मिले थे, वहीं, बीजेपी यहां दूसरे नंबर पर रही थी.

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