बीएचयू में राष्ट्रीय युवा सम्मेलन का समापन,शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले छात्र पुरस्कृत
वाराणसी। प्रदेश के पशुपालन और डेयरी मंत्री धर्मपाल सिंह ने भारतीय कृषि के सामने आने वाले चुनौतियों के समाधान के लिए युवा कृषि वैेज्ञानिकों से आगे आने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि कृषि आजीविका, सुरक्षा से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। ऐसे में चुनौतियों से संबंधित प्रमुख मुद्दों को प्रमुख वैज्ञानिक प्रस्तावों के माध्यम से कम करने की आवश्यकता है । पशुपालन मंत्री शनिवार को बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान परिसर में आयोजित 8वें राष्ट्रीय युवा सम्मेलन के समापन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। सतत कृषि और आजीविका सुरक्षा के लिए नए परिप्रेक्ष्य विषयक गोष्ठी में मंत्री ने प्रदेश में पशुपालन और डेयरी के क्षेत्र में उपलब्धियों को भी बताया।
उन्होंने राज्य में पशुपालन और डेयरी उद्योग के समग्र विकास के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकारों द्वारा की गई विभिन्न प्रमुख पहलों पर भी जोर दिया।
अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ, एआईएएसए, नई दिल्ली, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नई दिल्ली और कृषि विज्ञान संस्थान, बीएचयू, वाराणसी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में वैज्ञानिक समुदाय और जीवंत युवा लोगों के एक विविध समूह ने भाग लिया। सम्मेलन के दौरान कृषि और खाद्य सुरक्षा के विभिन्न विषयगत क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया गया। निदेशक, कृषि विज्ञान संस्थान, बी.एच.यू. प्रो. एस.वी.एस. राजू ने स्वागत भाषण दिया। डीन कृषि संकाय, बी.एच.यू.प्रो.यू.पी. सिंह,डॉ. वी.के. त्रिपाठी,वी.रामविलास पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष, एआईएएसए, नई दिल्ली,एआईएएसए के मुख्य नीति सलाहकार डॉ. सहदेव सिंह ने भी गोष्ठी में विचार रखा। इस अवसर पर सम्मेलन में अपने शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले छात्रों को पुरस्कार प्रदान किया गया।