तमिल के सुपरस्टार थलपति विजय की पार्टी तमिलगा वेतरी कजगम (TVK) की रविवार 03 नवंबर को एक बैठक हुई। इस बैठक में केंद्र के ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ प्रस्ताव का विरोध किया।
इसके अतिरिक्त, पार्टी ने तमिलनाडु से राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) को हटाने की मांग की।
टीवीके ने तमिलनाडु में जाति सर्वेक्षण न कराने के लिए डीएमके सरकार की निंदा की। तथा इसके लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया। इस दौरान टीवीके ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके की भी निंदा करते हुए कहा कि उनके चुनावी वादे भ्रामक थे और उनका उद्देश्य केवल सत्ता हासिल करना था।
टीवीके का कहना है कि तमिलनाडु में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब हो रही है। इतना ही नहीं, टीवीके ने शिक्षा को समवर्ती सूची के बजाय राज्य सूची में शामिल करने की भी मांग की है। टीवीके ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि अगर केंद्र सरकार शिक्षा को राज्य सूची में शामिल करती है, तो राज्य सरकार अपने आप ही NEET को रद्द कर सकती है।
बता दें, विजय ने 27 अक्टूबर को विल्लुपुरम जिले में अपनी पहली राजनीतिक रैली आयोजित की। यह आयोजन फरवरी में अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू करने के आठ महीने पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया। रैली के दौरान, उन्होंने टीवीके की विचारधारा और उद्देश्यों को रेखांकित किया, जिसमें समानता, सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देना शामिल है।
विजय ने इस बात पर जोर दिया कि टीवीके की पहचान किसी एक गुट तक सीमित नहीं है। इसके बजाय, यह न्याय, एकता और सामाजिक उन्नति पर केंद्रित व्यापक धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को अपनाता है। उन्होंने द्रविड़वाद और तमिल राष्ट्रवाद को “हमारी धरती की दो आंखें” बताया और पार्टी के दृष्टिकोण को आकार देने में उनके महत्व पर प्रकाश डाला।
‘राजनीति कोई सिनेमा का नहीं, युद्ध का मैदान है’, पहली रैली में साउथ सुपरस्टार विजय की हुंकार
अभिनेता से नेता बने इस अभिनेता ने घोषणा की कि टीवीके तमिलनाडु में 2026 के विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना बना रहा है। उन्होंने अदालतों में तमिल को प्रशासनिक भाषा बनाने और राज्यपाल के पद को खत्म करने की भी वकालत की। वहीं, पार्टी के पहले सम्मेलन में भी विजय ने कहा कि तमिलनाडु में बदलाव की जरूरत है।