विमलेश तिवारी हत्याकांड का आरोपी गिरफ्तार

पुलिस मुठभेड़ में अभियुक्त घायल

जगदीशपुर अमेठी। लगभग आठ दिन पूर्व जेसीबी चालक को हथौड़े से मार कर घायल कर दिया था जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई घटना की सूचना पर स्थानीय पुलिस के साथ साथ जनपद के आलाधिकारी मौके पर पहुंच कर आसपास के लोगों से जानकारी हासिल कर मामले के खुलासे के लिए पांच टीमें लगाई गई और रात दिन काफी मशक्कत के बाद भी पुलिस को सुराग न मिलने के कारण मामले का खुलासा नहीं हो पा रहा था लेकिन पुलिस ने शुक्रवार की रात मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी कर मुठभेड़ में अभियुक्त को घायल कर गिरफ्तार कर लिया ।एसपी ने खुश होकर पुलिस टीम को इनाम की घोषणा की ।

जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत सिधियाँवा हाइवे स्थित समीउल्ला के धर्मकांटा पर ग्यारह अक्टूबर की रात्रि अज्ञात बदमाश ने धर्मकांटा के अन्दर सो रहे जेसीबी चालक विमलेश तिवारी निवासी गहरी थाना पीपरपुर जनपद अमेठी को हथौड़े से मार कर घायल कर दिया था जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस व आलाधिकारियों ने हर पहलू पर जांच पड़ताल शुरू की लेकिन सीसीटीवी फुटेज में चेहरे पर मास्क व हाथो में ग्लब्स होने के कारण पहचान नहीं हो पा रही थी अंतोगत्वा खुलासे के लिए छानबीन मे लगी पांचों टीमें काफी भाग दौड़ करने के बाद थक चुकी थी और वहीं परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था काफी मान मनौव्वल के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए थे लेकिन 18 अक्टूबर को जगदीशपुर पुलिस व भाले सुल्तान पुलिस के साथ साथ एसओजी ने मुखबिर की सूचना पर थाना भाले सुल्तान शहीद स्मारक (वारिसगंज) के अन्तर्गत पूरे पंछी मोड़ ग्राम टाण्डा के पास जंगल से गिरफ्तार करने का प्रयास किया तो अभियुक्त राज बहादुर कोरी निवासी मेढ़ौना कोतवाली मोहनगंज जनपद अमेठी द्वारा जान से मारने की नीयत से पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया । आत्मरक्षार्थ पुलिस टीम द्वारा जवाबी फायर करने पर अभियुक्त के पैर में गोली लगने से घायल होकर गिर पड़ा, मौके से अभियुक्त के कब्जे से एक अदद तमंचा, दो खोखा कारतूस व एक जिन्दा कारतूस 315 बोर की बरामदगी के साथ साथ घटना में प्रयुक्त एक अदद हथौड़ा व मृतक विमलेश तिवारी का मोबाइल फोन भी बरामद हुआ ।जिसके खिलाफ भाले सुल्तान शहीद स्मारक वारिसगंज में राज बहादुर कोरी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया ।पुलिस अधीक्षक अमेठी अनूप सिंह ने इस खुलासे से खुश हो कर पूरी टीम को पचीस हजार रुपये ईनाम की घोषणा की।

Related Articles

Back to top button