उत्तराखंड में बद्रीनाथ और केदारनाथ को जोड़ने वाले मोटरपुल में क्रेन का तार टूटने से शनिवार की रात बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई. जबकि दूसरे की हालत नाजुक बताई जा रही है. उसे फिलहाल ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है. इस मोटर पुल का निर्माण भारत कन्ट्र्क्शन कम्पनी द्वारा कराया जा रहा है. हादसे के बाद यहां काम कर रहे मजदूरों ने कंपनी प्रबंधन पर सुरक्षा में लापरवाही और मजदूरों के शोषण का आरोप लगाते हुए खूब हंगामा किया.
मजदूरों ने आरोप लगाया कि यह हादसा कंपनी के एजीएम की लापरवाही की वजह से हुआ है. जानकारी के मुताबिक रूद्रप्रयाग में केदारनाथ और बद्रीनाथ मार्ग को आपस में जोड़ने के लिए भारत सरकार की ओर से एक किमी लंबे टनल का निर्माण कार्य शुरू कराया गया है. इसी प्रकार टनल से आगे अलकनंदा के उपर ब्रदीनाथ को जोड़ने के लिए मोटर पुल का भी निर्माण हो रहा है. इसकी जिम्मेदारी भारत कन्ट्रृक्शन कम्पनी को दी गई है.
एजीएम पर सुरक्षा में लापरवाही का आरोप
इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि कंपनी की ओर से मजदूरों की सुरक्षा के प्रबंध नहीं किए गए हैं. वहीं जान का खतरा होने के बावजूद मजदूरों को जबरन काम करने के लिए विवश किया जाता है. कम्पनी के एजीएम की मनमानी की वजह से यहां मजदूरों की जान पर बन आई है. मजदूरों ने बताया कि शनिवार की रात कंपनी के एजीएम ने बिना सुरक्षा इंतजाम के ही ट्रॉली पर चढ़ा दिया गया. इसी दौरान क्रेन की चैन टूटने की वजह से दो मजदूर नीचे गिरे और इनमें एक की मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप
वहीं दूसरे मजदूर की हालत नाजुक बनी हुई है. प्रोजेक्ट में काम कर रहे मजदूरों ने आरोप लगाया कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी अब तक कम्पनी के एजीएम ने मृत मजदूर के परिवार वालों को किसी प्रकार की मदद नहीं की है. इस हादसे के शिकार दोनों मजदूर उत्तर प्रदेश में बिजनौर के रहने वाले थे. कंपनी की इस बेरुखी पर मजदूरों के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दी है. हालांकि अभी तक पुलिस ने भी इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मामले की जांच कराई जा रही है.