बाराबंकी। पूर्व सांसद व पूर्व विधायक रहे बैजनाथ रावत को अनुसूचित जनजाति आयोग उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष बनाये जाने की खबर सुनते ही क्षेत्र के लोगों मे खुशी लहर दौड़ गई। सुबह से ही पूर्व सांसद के आवास पर बधाई देने वालों को तांता लग गया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व मंत्री,पूर्व सांसद व पूर्व विधायक रहे बैजनाथ रावत की अच्छी विचार धारा कुशल नेतृत्व अच्छी छवि व समाज के प्रति लगाव निष्ठा व क्षेत्र में समाज सेवा करने का उन्हें इनाम दिया है।शनिवार भोर होते ही सैकड़ों भाजपाई कार्यकर्ताओं सहित समस्त समुदाय के लोगों ने बैजनाथ रावत को पुष्प माला पहना कर स्वागत किया। बैजनाथ रावत ने पहुंचे आगंतुकों को मुंह मीठा करवा कर सम्मान किया।उनके आवास पर पहुँचने वालों में राज्य मंत्री सतीश शर्मा, विधायक दिनेश रावत, एमएलसी अंगद सिंह, को जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्या, मण्डल अध्यक्ष कमल पटेल श्रीवास्तव, पूर्व सांसद उपेंद्र रावत पूर्व चेयरमैन रामनाथ वर्मा सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
70 वर्षीय पूर्व सांसद बैजनाथ रावत आज भी साधारण जीवन जीते हैं। साधारण मकान में ही रहते हैं खेती-बाड़ी भी करते हैं। खुद ही जानवरों को चारा पानी भी खिलाते हैं। बैजनाथ रावत तीन बार विधायक व 1998 में बाराबंकी संसदीय सीट से एक बार सांसद भी रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में विद्युत राज्य मंत्री की जिम्मेदारी भी उनके पास रही है जो बखूबी निभाई थी। उनके समय में बगैर सिक्योरिटी मनी जमा किए बिजली का फ्री कनेक्शन दिया जाता था। साल 2017 में बाराबंकी के हैदरगढ़ विधानसभा भाजपा ने उन्हें टिकट दिया और वह विधायक चुने गए थे। उन्होंने समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता राममगन रावत को हजारों वोटो से हराया था। साल 2022 में उनका टिकट काटकर दूसरे को दे दिया गया था।लेकिन फिर भी वह पार्टी से बगावत न कर पार्टी की सेवा करते रहे।