जनपद में पिछले 24 घंटे में 19.6 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। बृहस्पतिवार की सुबह से ही बादल छाए रहे। दोपहर में लगभग दो बजे हुई झमाझम बारिश ने पूरे शहर को तर-बतर कर दिया।
मौसम विभाग की ओर से जनपद में तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसे देखते हुए कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। बृहस्पतिवार को भी सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। एक-दो बार कुछ बूंदाबांदी हुई लेकिन उमस बरकरार रही। तापमान में भी दो डिग्री की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोपहर दो बजे अचानक बादल काले हुए और झमाझम बारिश होने लगी। हालांकि कुछ देर बाद ही बारिश बंद हो गई। लेकिन, कुछ समय की ही इस बारिश ने लोगों को गर्मी और उमस से राहत पहुंचाई। मेजवां क्षेत्र में अपराह्न बाद हुई झमाझम बारिश के चलते तहसील परिसर में ग्रामीण न्यायालय के सामने बरसात का पानी इकट्ठा हो गया। ब्लाक, डाकघर और अस्पताल परिसर में पानी भर गया। नगर पंचायत को जोड़ने वाला ऊदपुर कच्चे मार्ग पर जगह जगह पानी भरा है। इसके चलते लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। कुंवर नदी में भी पानी दिखने लगा। लगातार बारिश के चलते बिजली कई घंटे बाधित रही। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई।
पहली ही बारिश में डूबा मार्ग
हरैया विकासखंड क्षेत्र के रौनापार में एक परिवार बांस बल्ली के सहारे आवागमन कर रहा है। इनके घर जाने वाले मार्ग पर पानी भर गया है।
रौनापार लाटघाट मार्ग पर रौनापार बाजार के पास राधिका देवी का परिवार रहता है। पहली ही बरसात में घर और सड़क के बीच खांई में पानी भर जाने से इनके पूरे परिवार का आवागमन बाधित हो गया है। परिवार वाले बांस बल्ली का सहारा लेकर आ जा रहे हैं। राधिका का कहना है कि दूसरे रास्ते से काफी घूमकर जाना होता है। विवशता में बांस बल्ली के सहारे आ आ जा रहे हैं।