सौ साल पुरानी रामजानकी मंदिर से अष्टधातु की चार मूर्तियां चोरी, जांच शुरू

हमीरपुर : जलालपुर थाना क्षेत्र के कदौरा गांव स्थित मंदिर से अष्टधातु की राम-जानकी समेत चार मूर्तियां चोर हो गई। यह मंदिर करीब 120 वर्ष पुराना है और इसमें अष्टधातु की प्रतिमाओं की स्थापना 100 वर्ष से पहले हुई थी। इसके अलावा मंदिर में रखे पीतल के दो सिंहासन भी चोरी हो गए हैं। पुजारी व मंदिर के संस्थापक ने बताया कि मामले की सूचना पुलिस को दी गई थी। थाने के एक दारोगा आए और जांच के बाद फोटो लेकर चले गए। घटना 31 दिसंबर देररात की है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।
जलालपुर थाना क्षेत्र के कदौरा निवासी ब्रह्मानंद तिवारी ने बताया घर के परिसर में ही 120 वर्ष पुराना मंदिर है। इसमें राम-जानकी, लक्ष्मण व हनुमान जी की अष्टधातु मूर्तियां थीं। इनकी 100 वर्ष पूर्व स्व.पिता लल्लूराम तिवारी ने प्राण प्रतिष्ठा कराई थी। रोजाना की तरह 31 दिसंबर की रात करीब नौ बजे मंदिर में पूजा करने के बाद पट बंद किए गए थे। इसके बाद अन्य सदस्यों के साथ अपने-अपने कमरे में जाकर सो गए। नववर्ष एक जनवरी की सुबह करीब छह जब मंदिर में पूजन करने पहुंचे और पट खोलकर अंदर तो देखा कि अष्टधातु की चारों गए मूर्तियां चोरी हो गई थीं। इसके अलावा ढाई-ढाई किलो के दो पीतल के सिंहासन भी चोरी हो गए थे। मंदिर अंदर सारा सामान बिखरा पड़ा मंदिर के संस्थापक ब्रह्मानंद तिवारी ने बताया कि मूर्तियां चोरी होने के बाद पुलिस को सूचित किया गया। दोपहर में एक दारोगा आए और पूछताछ करने के बाद मंदिर की फोटो लेकर चले गए। इसके बाद आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई। थाना प्रभारी सभाजीत सिंह का मोबाइल बंद बताता रहा। सीओ सरीला आशीष यादव का कहना है कि मूर्तियां चोरी होने के मामले में मुझे कोई जानकारी नहीं है। फिर भी पता कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एक मूर्ति का वजन चार किलो मंदिर के पुजारी ब्रह्मानंद तिवारी ने बताया कि एक मूर्ति का वजन करीब चार किलो के आसपास है। इस तरह चारों अष्टधातु की मूर्तियां 16 किलो के आसपास होंगी। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के दिन यहां भी भव्य श्रृंगार व पूजन का आयोजन होना था। इसकी तैयारी भी चल रही थी। पूरे गांव के लोगों को आमंत्रित भी कर दिया था, लेकिन सब अरमान अधूरे दिख रहे हैं।

Related Articles

Back to top button