एसपी ने मौके पर पहुंचकर की जांच पड़ताल
हमीरपुर : पढ़ोरी गांव से 23 दिन पहले लापता हुई डेढ़ वर्षीय बच्ची का के अंग शुक्रवार की देरशाम कुत्ते लेकर गांव में घूम रहे थे। एक के जबड़े में सिर तो दूसरी हाथ को मुंह में दबाए घूम रहा था। इसके अलावा पीड़ित के घर से करीब 250 मीटर दूर खड्ड में उसके कपड़े व शरीर के अवशेष पड़े मिले। यह सब देख गांव में रहने वाली किशोरी ने उसके परिजन को सूचना दी। जिसके बाद पूरा गांव वहां एकत्र हो गया। बच्ची के चाचा ने उसकी पहचान लापता सृष्टि के रूप में की है। मौके पर डाग स्क्वायड फोरेंसिक टीम जांच करने में जुटी है। वहीं शव का डीएनए भी कराया जाएगा।
मौदहा कोतवाली क्षेत्र के पढ़ोरी गांव में बीती 20 दिसंबर को अपह्नन तीन बजे घर के बाहर खेल रही डेढ़ वर्षीय बच्ची अचानक सृष्टि लापता हो गई। पिता विपिन गुप्ता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण की धारा में मामला दर्ज किया गया था। वहीं खोजबीन के लिए दो सीओ समेत आठ थानों की पुलिस जुटी हुई है। इसके अलावा गांव के प्रत्येक घर में ड्रोन कैमरे से निगरानी भी की जा रही है। वहीं एक सप्ताह के बाद पूर्व में तैनात रहे पुलिस कर्मियों की भी मदद ली गई थी लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।वहीं विपिन गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार की देरशाम गांव में रहने वाली एक किशोरी ने बताया कि घर के बाहर एक कुत्ता किसी बच्ची का सिर लिए हुए घूम रहा है।
जिसके बाद मौके पर जाकर देखा तो वह सिर छोड़ कर भाग निकला। पास में ही दूसरा कुत्ता हाथ को नोंच रहा था। पत्थर मारकर उसे भगाया गया। इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई। जिस पर सीओ श्रेयस त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और सिर, हाथ को एकत्र कर जांच की। वहीं मौके पर जांच के लिए डाग स्क्वायड व फोरेंसिक की टीम को बुलाया गया। जिस पर खोजी कुत्ता पीड़ित के घर से 250 मीटर दूर एक खड्ड में जा पहुंचा। उसकी निशानदेही पर झाड़ियों में फंसे बच्ची के पकड़े व शेष अवशेष पड़े थे। वहीं पिता विपिन व चाचा ने बच्ची के सिर के घुंघराले बाल व उसके कपड़े के आधार पर उसकी पहचान की। वहीं मौके पर पहुंची एसपी डा. दीक्षा शर्मा ने परिजन समेत आसपास के लोगों की पूछताछ कर जल्द आरोपित के पकड़े जाने की बात कही है।