उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में कारगिल और श्रीलंका युद्ध में अपनी जान की बाजी लगाने वाला पूर्व सैनिक ने पुलिस अधीक्षक से अपनी जान और माल की सुरक्षा के लिए गुहार लगाई. इस संबंध में पूर्व सैनिक ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एक प्रार्थना पत्र भी सौंपा है. सैनिक के साथ कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति ने मारपीट की थी इसी बात से परेशान होकर उन्होंने अपनी शिकायत दर्ज कराई है
गाजीपुर के दिलदारनगर के रहने वाले और कारगिल युद्ध के मेडलों से सम्मानित पूर्व नौसेना अधिकारी सीताराम गुप्ता ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि वह समाजसेवा से जुड़े हुए हैं. बीते चुनाव में नगर पंचायत दिलदारनगर से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रह चुके हैं साथ ही नगर पंचायत क्षेत्र में हुए कार्यों में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आवाज उठाते रहे हैं सीताराम का आरोप है कि इसी बात से नाराज होकर नगर पंचायत अध्यक्ष और उनके समर्थकों द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई थी
पूर्व नौसेना अधिकारी पर हुआ जानलेवा हमला
बीते 25 नवंबर को उनपर जानलेवा हमला भी करवाया गया था प्रार्थना पत्र में पूर्व नौसेना अधिकारी ने बताया कि हमले में उन्हें गंभीर चोटें लगी मामले में दिलदारनगर थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है उन्होंने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना देते हुए सुरक्षा प्रदान किए जाने और एफआईआर में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में नगर पंचायत अध्यक्ष का नाम शामिल करने तथा आरोपी पर धारा 109लगाने की मांग की है
सीने में मेडल सजाकर पहुंचे थे पूर्व सैनिक
इस दौरान मौजूद भूतपूर्व सैनिक कल्याण एवं विकास समिति के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यदि पीड़ित को न्याय नहीं मिलता है तो, पूरे प्रदेश में हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. पुलिस अधीक्षक से मिलने के लिए पूर्व सैनिकों की एक पूरी टीम आई हुई थी सभी भूतपूर्व सैनिक अपनी टोपी के साथ ही ड्यूटी के दौरान मिलने वाले मेडल को भी अपने सीने पर सजाए हुए पहुंचे थे और सभी ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है शिकायत के दौरान सैनिक ने SP से बोला- क्या यही हमारा इनाम है?