सीतापुर। विकास खंड हरगांव की ग्राम पंचायत सुल्तानपुर में चल रहे नरेगा कार्य गनेशपुर पुलिया से अररो बॉर्डर तक ड्रेन सफाई कार्य पर 14 मास्टर रोल पर 134 श्रमिको की उपस्थिति दर्ज की गयी लेकिन अपलोड किए गए डाटा में मात्र 10 श्रमिको ही उपस्थिति दिखाई पड़ रहे है इस प्रकार ग्राम पंचायत में अभी तक एक काम पर लगभग 57 हजार का गबन कर बंदरबांट किया गया है।
ग्राम पंचायत उमरी सलेमपुर में ए पी जे अब्दुल कलाम अमृत सरोवर निर्माण कार्य पर 14 मास्टर रोल पर 139 श्रमिको की हाजिरी लगाई गई किन्तु अपलोड किए गए डाटा में मात्र 16 श्रमिक कार्य करते हुए दिखाई पड़ रहे है, इस प्रकार से ग्राम पंचायत में एक दिन में ही लगभग 60 हजार रुपये का जिम्मेदारो के द्वारा चुना लगाया गया।
ग्राम पंचायत खामौना में मनरेगा कार्य मे ऑनलाइन हाजिरी में फर्जीवाड़ा कर सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है ग्राम पंचायत में मनरेगा के अंतर्गत दो कार्य खामौना स्कूल से झरिया पुलिया तक ड्रेन खुदाई कार्य पर चार मास्टर रोल पर 35 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई व दूसरे कार्य महात्मा गांधी अमृत सरोवर निर्माण कार्य पर 8 मास्टर रोल पर 73 श्रमिको की हाजिरी लगाई गई वही ऑनलाइन दर्ज की गई हाजिरी में दोनो कार्यो पर लगभग 10 श्रमिको ही कार्य करते दिखाई पड़ रहे है, इसमे भी आश्चर्यजनक मामला यह है कि दोनों ही कार्यो पर एक साथ एक ही समय एक ही श्रमिक कार्य कर रहे है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि दोनों ही कार्यो पर फर्जी हाजिरी दर्ज की गई है या भी उक्त ग्राम पंचायत में हमशक्ल भी रहते है और यह हमशक्ल एक साथ एक जैसे कपडे भी पहनते है।
बॉक्स-वही सूत्रों की माने तो खंड विकास अधिकारी हरगांव को कमीशन दे दिया जाता है तब काम पास किये जाते है, इतना अधिक पैसा कमीशन के नाम पर प्रधानों से पहले ही ले लिया जाता है कि उनके सामने मजबूरी पड़ जाती है कि घोटाला करना पड़ता है, विकास खंड के कई प्रधानों ने नाम व ग्राम पंचायत न छापने की शर्त पर यह भी बताया कि बी डी ओ साहब जिले पर बैठे अधिकारियों से लेकर विकास खंड पर बैठे अधिकारी सबका कमीशन पहले ही जमा करा लेते है, ऊपर से आप लोग खबर लगा देते है तो उसके लिए भी अलग से अधिकारियों को देना पड़ जाता है , इस प्रकार कुल मिलाकर तीस प्रतिशत से ऊपर का पैसा इसी सब में चला जाता है।