बदायूं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से पहले ही किसान नेता को उनके आवास पर ही प्रशासन ने नज़रबंद कर दिया किसान नेता को इसलिए नज़रबंद कर दिया प्रशासन इतना डर गया कहीं हमारी पोल नही खुल जाए।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना के आवास चित्रांश नगर पर प्रशासन की कड़ी पहरेदारी में नजरबंद किया गया।
बुद्धिजीवियों के साथ रिश्ता जोड़कर भाजपा के लिए शत प्रतिशत वोट बढ़ाने की मुहिम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को बदायूं क्लब के मैदान में प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित किया।
मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना पुलिस की निगरानी में कैद
किसान नेता राजेश सक्सेना का कहना है कि किसानों से इतनी दुश्मनी क्यों अपने मुख्यमंत्री से मिल भी न सकें और ना ही कोई समस्या को रख सकें जनपद में माफियाओं का बोलबाला 2 वर्ष से बिसौली तहसील गांव बगरैन 96 बीघा तालाब 36 गरीब किसानों का मुक्त नहीं कर पाया। जिला प्रशासन 154 बीघा ग्राम सभा तालाब पर फर्जी पट्टा करके प्रशासन और माफिया मछली पालन कर रहे हैं। योगी के नुमाइंदो ने माफियाओं को भागीरथी का मछली पकड़ने का ठेका दिया है समिति फर्जी है इसकी आज तक जांच नहीं कराई गई
उन्होंने ही भी कहा प्रबुद्ध सम्मेलन में किसानों को बुलाकर उनकी समस्याओं को निजात दिलाते तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कार्यक्रम बहुत ही बेहतर होता जिनकी समस्याएं हैं जो लोग अपनी बात कहना चाहते हैं उनके लिए कैद कर दिया जाता है आखिर कैसा लोकतंत्र है किस तरह का चुनाव है यह पूरी तरह तानाशाही हिटलर शाही अहंकारी सरकार है। लोकतंत्र का गला घोट गया है इस तरह हमसे वोट कैसे मिलेंगे यह वोट लेने का क्या तरीका है आखिर चुनावी समर में भी खुली आजादी आजाद मुल्क में बंधक बनाकर वोट मांगे जा रहे हैं। और हमें आजादी से वांछित करके बंधक बनाकर लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। किसान नेता राजेश कुमार सक्सेना ने अपना वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है।