“ऐ वतन हमीं को क्यों हाशिये पर रखा जाता है, जो तेरी तस्वीर में खूने दिल से रंग भरते हैं”
बदायूं। देश के प्रधानमंत्री और सूबे के मुख्यमंत्री के द्वारा मीडिया का काफी सम्मान होता इस बात को पूरा देश जानता है और सत्ता के संघर्ष के बाद कारोना काल में यह बात पूर्ण रूप से सही साबित हुई थी जिसका जीता जागता उदाहरण हैं देश हित में मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
” हमीं जैसे बिना पतवार दारिया पार करते हैं। वो मौजों से क्या टकराएंगे जो पानी डरते हैं।।
लेकिन अपने जिले में भाजपा के कुछ नेताओं को सत्ता मिलने के बाद उनको उस मीडिया का अपमान करने में इतना मजा आ रहा है।जिनको फर्श से अर्श तक पहुंचाया वहीं मीडिया का अपमान कर रहे है। इसका उदाहरण सोमवार को भाजपा कार्यलय में मंच से की जाने वाली घोषणा से हुआ जिसमें कहा गया कि दो अप्रेल को होने वाले कार्यक्रम में जगह की कमी के चलते प्रिंट मीडिया को कोई पास नहीं मिल पाएगा जबकि इलेक्ट्रिक मीडिया को पास जारी किए जाएगें चलो जगह की कमी के चलते यह निर्णय लिया तो समझ में आता है। इसी प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा उम्मीदवार दुर्विजय सिंह शाक्य की ओर से जारी बदायूं क्लब में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में प्रवेश करने हेतु निमंत्रण पत्र भी दिया लेकिन शाम होते ही सारा माजरा बदल दिया गया और प्रबुद्धजन सम्मेलन में कुछ चाहते पत्रकारों को अलग से पास जारी कर दिए गए परंतु यह सूचना साथ में दी गई कि मीडिया गैलरी में पत्रकारों को खडे होकर कवरेज करनी होगी।
इस निर्णय की जानकारी मिलने पर पत्रकारों के बीच भाजपा नेताओं की सोच चर्चा का विषय बन गई है। मजेदार बात यह भी इस कार्यक्रम के उपरांत शहर के होटल कंट्रीन (फोर लीफ होटल) में पत्रकारों की भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य के साथ मीटिंग में भाग लेने को बुलावा भेजा है जिससे ऐसा लग रहा है कि अपमान के उपरांत सम्मान का आयोजन किया गया है।