समाज को सही दिशा देना ब्राह्मण का कर्तव्य है सुमन उपाध्याय

मनियर बलिया। सनातन काल से दो ऊर्जाएं समाज में कार्य कर रही है। एक शास्त्र तो दूसरा पुरुषार्थ। एक वयं यक्षाम: यानी यज्ञातिक कार्यों से देवताओं को तृप्त करूंगा और उसे प्राप्त जीवनी शक्ति से अपना और समाज का भला करूंगा तो दूसरा वयं रक्षाम: यानी मैं अपने पुरुषार्थ से समाज और स्वयं का हित चिंतन करूंगा। ब्राह्मण उसमें एक कड़ी है। समाज को सही दिशा देना ब्राह्मण का कर्तव्य है ।
उक्त बातें नवका बाबा ब्रह्म समिति के अध्यक्ष सुमन जी उपाध्याय ने रविवार को नवका ब्रह्म स्थान पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण का योगदान समुद्र मंथन से है। जिससे समाज की जीवन शक्ति उत्पन्न होती है ।हम लोग शास्त्र सम्मत से होली का त्योहार मनाए ।ब्राह्मण का कार्य है कि समाज में जो दो ऊर्जाएं हैं उन दोनों को जोड़कर समाज का निर्माण करें ।समाज को जो लोग अलग करने की कोशिश करते हैं वह उनकी बेवकूफाना है। जब सुमन उपाध्याय से पूछा गया कि अक्सर त्यौहार दो दिन लगते हैं जिससे समाज में दुर्व्यवस्था फैलती है तो इस पर उन्होंने कहा कि कोई भी त्योहार दो दिन न हो ‌।जनता शास्त्र सम्मत व्यवस्था को मानकर चलें जिससे समाज में किसी प्रकार की विकृति न आए‌। अगर समाज में विकृति आती है तो उसका निवारण करने की जिम्मेदारी भी ब्राह्मण समाज की है। हमें विकृतियों से निकलना होगा और सौहार्द पूर्ण वातावरण बनाना होगा ताकि समाज में भाईचारा समरसता विद्यमान हो। इस मौके पर प्रमुख रूप से सुनील उपाध्याय, चंद्रमा उपाध्याय ,मृदुल उपाध्याय ,कमलेश उपाध्याय, जनार्दन उपाध्यक्ष ,श्री राम उपाध्याय ,फुलेश्वर उपाध्याय ,श्याम नारायण उपाध्याय ,नारायण जी उपाध्याय, वशिष्ठ मुनि उपाध्याय, सूरज उपाध्याय सहित आदि लोग मौजूद रहे।

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