शाम होते ही खनन कर्ताओं के होते है पौ बारह
हैदरगढ़ बाराबंकी। थाना सुबेहा व कोतवाली हैदरगढ़ क्षेत्र अन्तर्गत दूर दराज गांवो में स्थानीय पुलिस व हलका लेखपाल से सांठ-गांठ कर बेखौफ खनन माफिया दिन रात बिना किसी सरकारी अनुमति के अवैध खनन धड़ल्ले से कर रहे है। राजस्व के उच्चाधिकारी ने मामले से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए जांचकर कार्यवाही करने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार पहला मामला कोतवाली हैदरगढ़ क्षेत्र के मर्दापुर व बहादुरपुर गांव सेे गुजरी नहर के समीप बाबापुरवा मजरे जासेपुर गांव निवासी एक युवक ट्रैक्टर ट्राली से मजदूरो से मिट्टी खनन करा रहा था। वहां मौजूद एक युवक से बात किया गया कि मिट्टी कहा जा रही तो उन्होने बताया कि पुलिस से परमीशन लिया है। जिसके बाद अपने भाई से राम कुमार से बात कराई तो उन्होने कहा कि मिट्टी बबुआपुर लेकर जा रहे है, जिसके बाद उन्होने फोन पर परवीन पटेल नामक एक सिपाही से बात करवाया तो उन्होने कहा की वह हमारे क्षेत्र का मामला नही है। वही दूसरा मामला थाना सुबेहा क्षेत्र के इस्लामपुर गांव से जुड़ा हुआ है। स्थानीय लोगो ने बताया की यहां शाम होते ही खनन करोबारियों के पौ बारह हो जाते है जो देर शाम से शुरू होकर सुबह 07 बजे तक चलता है और उसके बाद कार्य बंद हो जाता है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि चैकी चैराहे पर पुलिस के नजरो के सामने मिट्टी लदी ट्राली धूल उड़ाते हुए फर्राटा भर कर निकल जाती है। लेकिन पुलिस कुछ नही करती। बीती शाम भी इस्लामपुर गांव में राहुल और श्याम लाल नामक दो युवक अपनी अपनी ट्रैक्टर ट्राली से तालाबी मिट्टी निकालकर बेच दिया। नाम ना छापने की शर्त पर एक खानन कारोबारी ने बताया कि हम लोगो को खनन की एवज में बेगार भी करना पड़ता है। अभी चैकी पर मिट्टी गिराया था अब सरायगोपी चैकी पर भी गिराना है। वही हलका लेखपाल शनिकांत से बात किया गया तो उनका कहना था इस्लामपुर में मिट्टी गिरी है लेकिन वह हमारे क्षेत्र से खनन नही किया गया। जबकि स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि इस्लामपुर में स्थित तालाब से मिट्टी निकाली गई है जिसका साक्ष्य मौजूद हैं।