चंडीगढ़। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं। शाह ने स्पष्ट कर दिया है कि एनडीए के सबसे पुराने घटक दल शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत जारी है। अगले 2-3 दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
उधर, शिअद ने भी 22 मार्च को कोर कमेटी की बैठक बुला ली है। इस बैठक में कोर कमेटी गठबंधन करने का अधिकार पार्टी प्रधान सुखबीर बादल को सौंप देगी।
गठबंधन को लेकर उनकी बातचीत जारी
यह पहला मौका है, जब भाजपा की तरफ से यह बात स्वीकार की गई हो कि शिअद के साथ गठबंधन को लेकर उनकी बातचीत जारी है। अभी तक केवल एक बार शिअद के प्रवक्ता डा. दलजीत चीमा ने इस बात को स्वीकार किया था। हालांकि सुखबीर बादल गठबंधन को लेकर चुप्पी साधे हुए थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक निजी चैनल पर कहा कि शिअद से गठबंधन को लेकर उनकी बातचीत जारी है। हालांकि उन्होंने सीटों को लेकर तस्वीर स्पष्ट नहीं की।
भाजपा का 6 सीटों पर दावा
जानकारी के अनुसार भाजपा पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से 6 सीटों पर दावा ठोक रही है। शिअद चार सीटें देने को ही तैयार है। 2020 में अकाली-भाजपा का गठबंधन टूटने से पहले तक भाजपा तीन और शिअद नौ सीटों पर चुनाव लड़ता था। गठबंधन टूटने के बाद से शिअद के राजनीतिक ग्राफ में खासी गिरावट आई है।
शिरोमणि अकाली दल का एक बहुत बड़ा वर्ग गठबंधन के हक में है, जबकि कुछ नेता ऐसे भी हैं जो गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं।
गठबंधन के हक में वरिष्ठ
सूत्र बताते हैं कि सुखबीर बादल भी गठबंधन के हक में हैं, क्योंकि गठबंधन टूटने के बाद से पार्टी की दिल्ली में पकड़ कमजोर पड़ गई है। शिअद को यह भी चिंता सता रही है कि अगर 2024 के परिणाम आशानुरूप नहीं रहे तो 2027 तक पहुंचते-पहुंचते पार्टी और कमजोर हो जाएगी।
बता दें कि अकाली दल ने 2020 में तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया था। वहीं, अब दोबारा गठबंधन को लेकर सीटों से ज्यादा बंदी सिखों की रिहाई के मुद्दे पर पेंच फंसा है।