बिसवां सीतापुर – इलाके के ग्राम मूरतपुर में इफको द्वारा किसान सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री शिव चंद्र शुक्ला द्वारा मिट्टी परीक्षण के आधार पर संतुलित प्रयोग हेतु जैव उर्वरक एवं जल विलय उर्वरक ,रासायनिक उर्वरक एवं नैनो उर्वरक के संतुलित अनुपात में उपयोग के बारे में बताया गया। इफको नैनो यूरिया तथा नैनो डीएपी की प्रयोग विधि इससे होने वाले लाभ तथा प्रयोग करते समय क्या सावधानी रखनी है के बारे में विस्तार से बताया। तथा गन्ने की खड़ी फसल में नैनो यूरिया का प्रयोग 45 से 50 दिन पर 4 मिली लीटर प्रति लीटर पानी यानी पंद्रह लीटर की एक टंकी में नैनों यूरिया की बोटल की ढाई ढक्कन की दर से प्रयोग करने के बारे में किसानो को जागरूक किया। उन्होंने कहा नैनो यूरिया के प्रयोग से फसल में रोग, कीट, कम लगते हैं तथा नैनो डीएपी की 5ml प्रति किलोग्राम बीज की दर से बीज शोधन किया जाता है तथा खड़ी फसल में 35 से 40 दिन पर 4ml प्रति लीटर की दर से घोल बनाकर छिड़काव करने पर फसल में होने वाली अधिक लागतों को कम किया जा सकता हैं। कार्यक्रम में केन्द्र प्रभारी पवन श्रीवास्तव एवं प्रतिनिधि इफको एम सी मृत्युंजय वर्मा गन्ने व मेंथा में कीट व्याधि नियंत्रण हेतु इफको एमसी के उत्पाद , सिंजेंन, सिरासागी आदि के उपयोग के बारे में भी चर्चा की। कार्यक्रम में एफ.डी. विमल कुमार वर्मा व लगभग 70 किसान ने प्रतिभाग किया।