वाराणसी। मुजफ्फरनगर में सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार की गोली मारकर हत्या करने वाले हेड कांस्टेबल चंद्रप्रकाश यादव को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बर्खास्त कर दिया है। वह मुजफ्फरनगर के एसएसपी के संपर्क में भी हैं और वाराणसी में पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके सख्त कार्रवाई की बात कही है।
पुलिस कमिश्नर ने सभी डीसीपी को नशा करने व जनता से दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। यह भी कहा है कि ऐसे लोगों की चुनाव या अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में ड्यूटी न लगाई जाए।
पहले भी हो चुका है लाइन हाजिर
चंद्रप्रकाश के साथी पुलिसकर्मियों का कहना है कि उसका व्यवहार काफी उग्र है और वह छोटी-छोटी बात पर झगड़ा कर लेता है। अपने व्यवहार के कारण वह पूर्व में लाइन हाजिर भी हो चुका है। मऊ के दोहरीघाट के कुसुम्हा गांव का निवासी चंद्रप्रकाश यादव 1998 में पुलिस में भर्ती हुआ था। वह चार भाइयों में सबसे छोटा है। उसके भाई मोहन यादव ने बताया कि 2009 से चंद्रप्रकाश मानसिक रूप से बीमार है और वाराणसी में उपचार चल रहा है।
वाराणसी में रहता है पूरा परिवार
2010 में वह गांव में कुएं में कूद गया था। चंद्र प्रकाश का बड़ा पुत्र दीपू यादव सीआरपीएफ में स्टेनो है। दूसरा बेटा मुलायम वाराणसी में वार्ड ब्वाय और छोटा बेटा गोलू पढ़ाई कर रहा है। पूरा परिवार वाराणसी के पहड़िया में किराए पर रहता है।