सेतुनिगम और पीडब्लूडी के अधिकारियों से वार्ता कर शासन को भेजी रिपोर्ट
शुक्लागंज उन्नाव। नवीन गंगापुल पर आये दिन जाम की समस्या से जूझ रही जनता द्वारा बंद पड़े पुराने गंगापुल को खुलवाए जाने की समस्या को निष्पक्ष प्रतिदिन द्वारा प्रकाशित खबर को डीएम उन्नाव गौरांग राठी ने गंभीरता से लेते हुए पुल को चालू करवाने की कवायद शुरू कर दी है। डीएम ने सेतुनिगम और पीडब्लू के अधिकारियों से चर्चा कर शासन को रिपोर्ट भी भेज दी है। जबकि पुल न खोले जाने की दशा में एक और नवीन पुल व पीपे के पुल को मंजूरी देने का आग्रह किया गया है।
ईस्ट इंडिया के इंजीनियरों के द्वारा सन 1875 में कानपुर को उन्नाव- लखनऊ से जोड़ने के लिए गंगापुल का निर्माण कराया गया था जिसको बनाने में 7 साल 4 महीने लगे थे। पुल में आयी दरारों के कारण लोगों की सुरक्षा को देखते हुए पुल को खतरा मानते हुए पीडब्लूडी के द्वारा इसे बंद कर दिया गया था। बीते करीब ढाई साल से बंद पड़े पुराने गंगापुल के कारण नवीन गंगापुल पर लगने वाले जाम से आये दिन नगर की जनता को जूझना पड रहा था।
लोक सभा चुनाव आते ही जनता द्वारा बंद पड़ा गंगापुल चुनाव में गंभीर मुद्दा बनाते हुए लोगों ने लोकसभा प्रत्याशियों से लेकर सरकार तक अपील करते हुए दीवारों पर स्लोगन लिखते हुए हल्ला बोल दिया और समस्या का समाधान न होने पर वोट न करने की बात बोलते नजर आये। जनता की समस्या को लेकर निष्पक्ष प्रतिदिन द्वारा खबर को प्राथमिकता से प्रकाशित किया गया।
जनता की समस्या को लेकर खबर को गंभीरता से लेते हुए डीएम गौरांग राठी ने बंद पड़े पुराने गंगापुल को यातायात के लिए चालू कराने की कवायद शुरू कर दी। डीएम उन्नाव गौरांग राठी ने बताया कि कानपुर पीडब्लूडी और सेतु निगम से बात करने के बाद सीआरआरआई की पहली व दूसरी रिपोर्ट का अवलोकन किया है। जिस पर बताया कि मरम्मत के लिए प्रस्ताव पहले शासन को भेजा गया था जो होल्ड पर है। इसकी एक रिपोर्ट पुनः बनाकर शासन को भेजा गया है।
पुल खुलावाने को लेकर जनता के साथ अध्यक्ष प्रतिनिधि संदीप पाण्डेय रहे प्रयासरत
बंद पड़े पुराने गंगापुल पर पिकनिक स्पॉट बनाये जाने कि बात पर बीते दिनों नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि व सन्देश फाउंडेशन के संदीप पाण्डेय ने पुल खुलवाने को लेकर उच्च अधिकारियों से लेकर कानपुर के डीएम को पत्र सौंपा था। वहीं नगर के रहने वाले रतन पाण्डेय द्वारा दीवारों पर स्लोगन के माध्यम से पुल खुलवाने को लेकर अपील की गयी और समाधान न होने पर वोट न देने की बात कही गयी। बीते शुक्रवार को कांग्रेस के लोगों द्वारा भी पुराने गंगापुल के प्रवेश द्वार पर प्रदर्शन कर पुल की मरम्मत कर चालू करवाने की मांग की थी।