- विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष अधिवक्ता रामप्रकाश सिंह ने मुख्यमंत्री सहित कई आलाधिकारियों को भेजा लिखित शिकायतीपत्र
लखनऊ- तहसील बख्शी का तालाब में खाद्य पूर्ति अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही धन उगाही व सरकारी निर्देशों के अनुसार कार्य न किए जाने की उच्च स्तरीय जांच कराकर कठोर कार्यवाही कराए जाने को लेकर मुख्यमंत्री,प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद विभाग, आयुक्त खाद एवं रसद विभाग,मंडलायुक्त लखनऊ मंडल लखनऊ, जिलाधिकारी, जिला आपूर्ति अधिकारी, उपजिलाधिकारी बख्शी का तालाब को विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष अधिवक्ता रामप्रकाश सिंह ने पत्र भेजा है।
रामप्रकाश सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि खाद्य आपूर्ति अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक बीकेटी लखनऊ द्वारा खुले आम कांटे पर गल्ला तौल करते समय बाल्टी व तसला रखवाकर घटतौली कराकर कोटेदारों से मनमाने तरीके से कमीशन लिया जा रहा है।उन्होंने यह भी कहा कि तहसील बख्शी का तालाब में आपूर्ति विभाग का कार्यालय होने के बावजूद भी अंत्योदय कार्ड धारकों को यूनिट जुड़वाने के लिए खाद्य आपूर्ति अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक द्वारा जिला आपूर्ति अधिकारी के कार्यालय लखनऊ में अनावश्यक रूप से गरीबों को दौड़ाया जाता है।वहीं विजन टेक मशीनों में सर्वर ना होने के कारण गरीब जनता दिन भर राशन दुकानों पर बैठी रहती है और शाम को बिना राशन लिए खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है। शिकायत पर खाद्य आपूर्ति अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक बीकेटी द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। परिवहन ठेकेदार द्वारा टेंडर के समय 30% छोटे वाहन लगाने का कॉन्ट्रैक्ट हुआ था जिससे कोटेदारों के दुकानों तक आसानी से गल्ला पहुंच सके जो की परिवहन ठेकेदार द्वारा नहीं किया जा रहा है। कोटेदारों द्वारा गल्ला 10 किलोमीटर दूर स्थित धर्म कांटों से अपनी किराए के वाहनों से दुकानों तक ले जाया जा रहा है। सरकार की डोर स्टेप डिलीवरी का खुलेआम उल्लंघन करके सरकारी आदेश का मखौल उड़ाया जा रहा है। ठेकेदार परिवहन द्वारा गल्ला की उतराई की पल्लेदारी कोटेदारों से ही ली जाती है। कोटेदारों द्वारा शिकायत करने पर मिली भगत होने के चलते खाद्य आपूर्ति अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक बीकेटी द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती है।उन्होंने यह भी कहा है कि विजनटेक मशीनों में अधिकांश अंत्योदय कार्ड धारकों का अंगूठा नहीं लग पाता है, मशीन आधार डुप्लीकेट बताती है जबकि पहले की ओसिस मशीनों में बराबर अंगूठा लग रहा था सैकड़ो कार्ड धारक राशन से वंचित रह गए। इसके संबंध में खाद्य आपूर्ति अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक बीकेटी लखनऊ को अवगत कराया गया तो उनके द्वारा समस्या का समाधान नहीं कराया गया फोन पर बताया गया कि अब राशन अगले महीने ही मिलेगा। इस महीने राशन अब नहीं मिलेगा इतनी जल्दी समस्या का हल नहीं हो पाएगा। मृतक व्यक्तियों और विवाहित लड़कियों के यूनिट व कार्ड तहसील बख्शी का तालाब में काटे नहीं गए हैं।जिस पात्र लोगों के नए कार्ड न बन सके वह यूनिट नहीं जोड़ सके। इसकी पूरी जानकारी कई बार खाद्य आपूर्ति अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक बीकेटी लखनऊ को दी जा चुकी है।वहीं परिवहन ठेकेदार द्वारा ट्रक से अपने कांटे से तौल तक कोटेदारों को राशन उपलब्ध नहीं कराया जाता है। कोटेदारों के पास सरकारी कांटा मात्र 50 कलो तौल का है जिस पर प्रति बोरी तौल संभव नहीं है। मशीन से बांटे जा रहे ऑनलाइन राशन वितरण व्यवस्था में खाद्य आपूर्ति अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक बीकेटी लखनऊ द्वारा जबरन कोटेदारों को मनमाना पैसा लेकर आपूर्ति कार्यालय बीकेटी से स्टॉक रजिस्टर व वितरण रजिस्टर खरीदवाकर बनवाया जा रहा है जो सरकार की पेपरलेस व्यवस्था का मखौल उड़ाया जा रहा है। आपूर्ति कार्यालय बख्शी का तालाब में कर्मचारियों द्वारा बिना सुविधा शुल्क के कोई भी कार्य नहीं किया जाता है। जब तक आवेदक सुविधा शुल्क नहीं देता है तब तक आवेदक को कार्यालय के चक्कर लगवाये जाते हैं।
खाद्य आपूर्ति अधिकारी बीकेटी लखनऊ के पास तहसील मलिहाबाद का भी प्रभार है व उनकी पत्नी गोदाम प्रभारी बीकेटी के पद पर तैनात हैं। जानकारी के अनुसार इन्होंने अपनी सर्विस के दौरान भ्रष्टाचारपूर्ण कार्यशैली से अकूत संपत्ति अर्जित कर रखी है।