कानपुर| केडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने मंगलवार को बाबू विकास भारती को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है। वह करीब 16 माह से नामांतरण की फाइल दबाए बैठा था। केडीए वीसी के सामने मंगलवार को जनता दर्शन में भूखंड संख्या-32, ब्लॉक-सी, योजना प्रथम काकादेव का नामांतरण लंबित रहने के संबंध में शिकायत आई।
इस पर उपाध्यक्ष ने प्रश्नगत पत्रावली मंगाकर जांच की। इसमें पाया कि रमेश कुमार दीक्षित ने प्राधिकरण के एकल विंडो के माध्यम से 13 अप्रैल 2022 को प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन आज तक उनके प्लॉट का नामांतरण प्रार्थना पत्र निस्तारित नहीं किया गया। संबंधित बाबू ने नामांतरण प्रस्ताव चार अक्तूबर 2023 को प्रस्तुत किया, जिसे विभिन्न पटलों के बाद जोनल विक्रय प्रभारी (जोन-2) ने छह अक्तूबर 2023 को अपर सचिव को भेजा।
इस पर अपर सचिव ने विस्तृत आख्या एवं संस्तुति सहित आख्या प्रस्तुत किए जाने की टिप्पणी करते हुए उसी माह 16 तारीख को पत्रावली विक्रय विभाग को वापस कर दी। तब से अब तक बाबू विकास भारती इस फाइल को अपने पास रखे था। कोई भी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की। इसके चलते उपाध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए बाबू विकास भारती को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया।